संदर्भ: हाल ही में, उत्तर प्रदेश पर्यटन ने अपनी पर्यटन नीति 2022 के तहत उद्यमियों को राज्य भर में वेलनेस सेंटर स्थापित करने के लिए 30% तक की पूंजीगत सब्सिडी और अन्य प्रमुख लाभ प्रदान करते हुए आमंत्रित किया है।

  • इस पहल का उद्देश्य समग्र स्वास्थ्य, योग और पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणालियों को बढ़ावा देना, तथा पर्यटन को बढ़ाना, रोज़गार सृजन करना और राज्य भर में उद्यमिता को प्रोत्साहित करना है।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:

  • उद्देश्य: इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को आधुनिक वेलनेस प्रथाओं के साथ जोड़ना है।
  • आयुष-आधारित चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा: आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी को बढ़ावा देना, ताकि पर्यटकों को तन और मन दोनों से शांति का अनुभव मिल सके।
  • वेलनेस सुविधाएँ स्थापित करने के लिए दिशानिर्देश: पर्यटन नीति 2022 के तहत, एक वेलनेस सेंटर में आयुष-आधारित उपचार प्रदान करने वाले कम से कम पाँच थेरेपी कक्ष होने चाहिए।
    • एक वेलनेस रिसॉर्ट में कम से कम एक एकड़ ज़मीन, 20 कमरे और चिकित्सा व विश्राम के लिए समर्पित क्षेत्र होने चाहिए।
  • अनुभव-आधारित वेलनेस पर्यटन: ये केंद्र शारीरिक उपचार, मानसिक शांति और आध्यात्मिक संतुलन चाहने वाले आगंतुकों की ज़रूरतों को पूरा करेंगे, जिससे राज्य के पर्यटन में एक अनुभव-आधारित खंड जुड़ जाएगा।
  • आध्यात्मिक सर्किट के साथ वेलनेस पर्यटन का एकीकरण: सरकार वेलनेस पर्यटन को मौजूदा आध्यात्मिक सर्किट, जैसे वाराणसी, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन, चित्रकूट, सारनाथ, श्रावस्ती और कपिलवस्तु, से जोड़ने की भी योजना बना रही है।
  • अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: पर्यटन विभाग इस पहल को बढ़ावा देने और उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक वेलनेस गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन का आयोजन करेगा।
  • पर्यटन नीति 2022 के तहत निवेशकों के लिए प्रोत्साहन: उत्तर प्रदेश में वेलनेस सेंटर या रिसॉर्ट स्थापित करने वाले उद्यमियों को 2022 नीति के तहत कई लाभ प्राप्त होंगे, जिनमें शामिल हैं:
    • 30% तक पूंजी निवेश सब्सिडी
    • ऋणों पर ब्याज प्रतिपूर्ति
    • स्टांप शुल्क में छूट
    • भूमि रूपांतरण और विकास शुल्क में छूट
    • रोज़गार संबंधी सहायता

पहल का महत्व:

  • रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा: यह पहल योग प्रशिक्षण, आयुर्वेदिक चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा, आतिथ्य, आहार परामर्श और वेलनेस टूरिज्म प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में रोज़गार के नए अवसर पैदा करेगी।
    • सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा: यह स्थानीय जड़ी-बूटियों, जैविक उत्पादों और पारंपरिक उपचार विधियों के उपयोग को भी प्रोत्साहित करेगी, जो उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत में गहराई से निहित हैं।
    • आर्थिक विकास को सुगम बनाना: इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य, संस्कृति, आजीविका और वेलनेस को एकीकृत करके विरासत तथा धार्मिक स्थलों से आगे पर्यटन का विस्तार करना है, साथ ही स्थानीय लोगों के लिए नए आर्थिक अवसर पैदा करना है।
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