सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान जाने की अनुमति

संदर्भ: हाल ही में, भारत सरकार ने अपने पूर्ववर्ती निर्णय को पलट दिया है और सिख तीर्थयात्रियों को अस्थायी निलंबन के बाद गुरु नानक जयंती समारोह के लिए पाकिस्तान जाने की अनुमति दे दी गई है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • पाकिस्तान उच्चायोग ने ननकाना साहिब और अन्य धार्मिक स्थलों की 10 दिवसीय तीर्थयात्रा के लिए 2,100 सिख तीर्थयात्रियों को वीज़ा जारी किए हैं।
  • जारी किए गए 2,100 वीज़ा में से 1,796 तीर्थयात्री पंजाब से हैं, जबकि अन्य भारत के दूसरे राज्यों से हैं।
  • ये तीर्थयात्री 4 से 13 नवंबर तक वाघा बॉर्डर के रास्ते यात्रा करेंगे।
  • केंद्र सरकार द्वारा सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए तीर्थयात्राओं को निलंबित करने के कुछ हफ़्ते बाद यह फैसला लिया गया है।
  • शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने इस कदम का स्वागत किया और यात्रा को सुगम बनाने के लिए दोनों सरकारों को धन्यवाद दिया।
  • करतारपुर साहिब गलियारा अभी भी बंद है और तीर्थयात्रियों को तीर्थस्थल तक पहुँचने के लिए लंबा सड़क मार्ग अपनाना होगा।
  • भारत और पाकिस्तान के बीच धार्मिक आदान-प्रदान 1974 के प्रोटोकॉल द्वारा नियंत्रित होते हैं, लेकिन हालिया सुरक्षा तनावों के बाद अधिकांश सीमा पार यात्राएँ निलंबित हैं।
  • पाकिस्तानी नागरिकों को पहले जारी किए गए सभी वीज़ा भारत द्वारा अप्रैल 2025 में रद्द कर दिए गए थे, और गैर-धार्मिक उद्देश्यों के लिए नए वीज़ा निलंबित रहेंगे।

पूर्णतः डिजिटल होगी समुद्री मत्स्य पालन जनगणना 2025 

संदर्भ: हाल ही में, केंद्रीय मत्स्य पालन राज्य मंत्री ने कोच्चि में समुद्री मत्स्य पालन जनगणना 2025 और VYAS मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किए, जिससे मछुआरा समुदाय की वास्तविक समय में घरेलू स्तर पर डिजिटल गणना संभव हो सकेगी।

जनगणना का डिजिटल रूपांतरण

  • यह जनगणना भारत के समुद्री मत्स्य पालन क्षेत्र में पहली बार कागज़-आधारित से डिजिटल डेटा संग्रह में पूर्ण संक्रमण का प्रतीक है।
  • इस संस्करण में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप सहित 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल किया गया है, जिसमें 5,000 समुद्री मछली पकड़ने वाले गाँवों और बस्तियों में लगभग 1.2 मिलियन मछुआरा परिवारों की गणना की गई है।
  • यह कार्य 3 नवंबर से 18 दिसंबर 2025 तक 45 दिनों की अवधि में पूरा किया जाएगा।
  • यह गणना भारत सरकार के मत्स्य पालन विभाग द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित है।
  • इस कार्य का नेतृत्व ICAR–CMFRI नोडल एजेंसी के रूप में कर रहा है, जबकि भारतीय मत्स्य सर्वेक्षण इसका परिचालन भागीदार है।

प्रौद्योगिकी संरचना

  • यह जनगणना ICAR–CMFRI द्वारा विकसित बहुभाषी एंड्रॉइड-आधारित ऐप्स द्वारा संचालित है।
  • यह प्रणाली गाँवों और बंदरगाहों के सत्यापन के लिए VYAS–NAV, घरेलू और बुनियादी ढाँचे के आंकड़ों के लिए VYAS–SUTRA और पर्यवेक्षण के लिए VYAS–SUTRA का उपयोग करती है।
  • यह दृष्टिकोण वास्तविक समय में जियो-टैग किए गए आंकड़ों को सुनिश्चित करता है, मैन्युअल त्रुटियों को दूर करता है और डेटाबेस प्रोसेसिंग को गति देता है।
  • डेटा की सत्यता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए इस ऑपरेशन की निगरानी बहु-स्तरीय डैशबोर्ड और एक पर्यवेक्षी ऐप के माध्यम से की जाती है।
  • जनगणना में ट्रॉल प्रतिबंध अवधि के दौरान प्रमुख बंदरगाहों पर ड्रोन का उपयोग करके मछली पकड़ने वाले जहाजों की हवाई गणना शामिल है।

तीसरे एशियाई युवा खेल 2025

संदर्भ: भारत ने बहरीन एशियाई युवा खेल आयोजन समिति (BAYGOC) द्वारा आयोजित एशियाई युवा खेल 2025 में 13 स्वर्ण सहित 48 पदक हासिल किए।

अन्य संबंधित जानकारी

  • बहरीन ने पहली बार एशियाई प्रतिस्पर्धा की ओलंपिक परिषद के रूप में इस आयोजन की मेजबानी की।
  • खेलों में कबड्डी, मुक्केबाजी, ई-स्पोर्ट्स, ट्रायथलॉन और टेकबॉल सहित 28 खेलों की प्रतियोगिताएँ शामिल थीं।
  • तीसरे एशियाई युवा खेलों का शुभंकर “शाहाब” नामक एक अरबी ओरिक्स है।
  • पहले एशियाई युवा खेल 2009 में सिंगापुर में एशियाई ओलंपिक परिषद द्वारा आयोजित किये गये थे, तथा दूसरा संस्करण 2013 में चीन के नानजिंग में आयोजित किया गया था।

समाचार के मुख्य अंश

  • चीन ने 63 स्वर्ण, 49 रजत और 35 कांस्य सहित कुल 147 पदकों के साथ खेलों में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
  • भारत ने 13 स्वर्ण, 18 रजत और 17 कांस्य सहित कुल 48 पदक जीते और बहरीन के मनामा में आयोजित एशियाई युवा खेलों 2025 में छठे स्थान पर रहा।
  • पदक तालिका ने भारत के 2009 और 2013 के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
  • इस आयोजन में 21 खेलों में कुल 222 भारतीय एथलीटों ने भाग लिया।
  • लड़कियों की कबड्डी टीम ने ईरान को हराकर खेलों में भारत का पहला स्वर्ण पदक जीता।
  • मुक्केबाजी में चार स्वर्ण पदक और बीच (Beach) कुश्ती ने अंतिम दिन तीन स्वर्ण पदक जीते।
  • इस समग्र प्रदर्शन ने सेनेगल के डाकार में वर्ष 2026 में होने वाले युवा ओलंपिक के लिए भारत की पात्रता सुनिश्चित की।
  • वर्ष 2013 के नानजिंग संस्करण के 12 वर्षों के अंतराल के बाद एशियाई युवा खेलों का वर्ष 2025 का संस्करण संपन्न हुआ है।

यूनेस्को द्वारा पाक-कला का रचनात्मक शहर घोषित हुआ ‘लखनऊ’

संदर्भ: हाल ही में, यूनेस्को ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में 43वें महासम्मेलन के दौरान लखनऊ को पाक-कला (गैस्ट्रोनॉमी) का रचनात्मक शहर घोषित किया।

अन्य संबंधित जानकारी

  • यह मान्यता लखनऊ के अवधी व्यंजनों, जीवंत खाद्य परंपराओं और समावेशी सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
  • हैदराबाद के बाद लखनऊ यह उपाधि प्राप्त करने वाला दूसरा भारतीय शहर बन गया है।
  • राज्य पर्यटन निदेशालय ने जनवरी 2025 में नामांकन प्रस्तुत किया और भारत सरकार ने मार्च 2025 में इसे मंजूरी दे दी।
  • राज्य सरकार ने कहा कि यह दर्जा वैश्विक पहुंच का विस्तार करेगा, खाद्य-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देगा और स्थायी पर्यटन को समर्थन देगा।
  • सरकार ने वर्ष 2024 में 82 लाख पर्यटकों और 2025 की पहली छमाही में 70 लाख से अधिक आगंतुकों की सूचना दी, जो बढ़ते खाद्य-आधारित पर्यटन का संकेत देता है।

UNESCO (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन)

  • 1945 में स्थापित यूनेस्को के 195 सदस्य और 8 सहयोगी सदस्य हैं और इसका संचालन महाधिवेशन और कार्यकारी बोर्ड द्वारा किया जाता है।
  • यूनेस्को शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है।
  • संगठन के विश्व भर में 50 से अधिक क्षेत्रीय कार्यालय हैं और इसका मुख्यालय पेरिस में स्थित है।

यूनेस्को रचनात्मक शहर नेटवर्क (UCCN) 

  • इसकी स्थापना वर्ष 2004 में उन शहरों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए की गई थी, जिन्होंने रचनात्मकता को सतत शहरी विकास के लिए एक रणनीतिक कारक के रूप में पहचाना है।
  • यह नेटवर्क यूनेस्को की सांस्कृतिक विविधता के लिए वैश्विक गठबंधन पहल से उत्पन्न हुआ है, जिसकी स्थापना वर्ष 2002 में की गई थी।
  • यह नेटवर्क UCCN के सात रचनात्मक क्षेत्रों को समाहित करता है: शिल्प एवं लोक कला, डिज़ाइन, फ़िल्म, पाक-कला, साहित्य, संगीत और मीडिया कला।
  • नेटवर्क में शामिल भारतीय शहर हैं: लखनऊ (पाक-कला), कोझीकोड (साहित्य), ग्वालियर (संगीत), जयपुर (शिल्प एवं लोक कला), वाराणसी (संगीत), चेन्नई (संगीत), मुंबई (फ़िल्म), हैदराबाद (पाक-कला) और श्रीनगर (शिल्प एवं लोक कला)।

सभी स्कूलों में कक्षा 3 से एआई और कम्प्यूटेशनल थिंकिंग की शुरुआत 

संदर्भ: हाल ही में, स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने घोषणा की कि 2026-27 शैक्षणिक सत्र से स्कूली शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कम्प्यूटेशनल थिंकिंग को शामिल किया जाएगा।

अन्य संबंधित जानकारी

  • इस पहल का उद्देश्य आधारभूत स्तर पर शुरू किए गए हमारे आसपास की दुनिया (TWAU) से जुड़े एक बुनियादी सार्वभौमिक कौशल के रूप में एआई को शामिल करना है।
  • केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर कार्तिक रमन की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।
  • पाठ्यक्रम कक्षा 3 से शुरू होगा और स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 का पालन करेगा।
  • शिक्षा मंत्रालय पाठ्यक्रम डिजाइन और कार्यान्वयन के लिए सीबीएसई, एनसीईआरटी, केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति के साथ समन्वय कर रहा है।
  • सभी स्कूलों में उपयोग के लिए हैंडबुक और डिजिटल सामग्री सहित संसाधन सामग्री दिसंबर 2025 तक तैयार कर ली जाएगी।
  • शिक्षक प्रशिक्षण, कक्षा-विशिष्ट और समयबद्ध प्रशिक्षण योजनाओं के साथ निष्ठा मॉड्यूल और अन्य प्लेटफार्मों के माध्यम से आयोजित किया जाएगा।
  • यह योजना NEP 2020 के अनुरूप है, जो एआई डिज़ाइन थिंकिंग और पर्यावरण शिक्षा जैसे समकालीन विषयों को शामिल करने का प्रावधान करती है।
  • सीबीएसई पहले से ही कक्षा 6 से 15 घंटे के मॉड्यूल के रूप में और कक्षा 9 से 12 तक वैकल्पिक विषय के रूप में एआई की पेशकश करता है।
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