पाठ्यक्रम:
GS-2: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।
संदर्भ:
हाल ही में, अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों में उन्नति के लिए मिशन (महा)-चिकित्सा प्रौद्योगिकी (MAHA MedTech) की शुरुआत की है।
मिशन के बारे में
- घरेलू नवाचार को बढ़ावा देना: इस पहल का उद्देश्य भारत के चिकित्सा प्रौद्योगिकी नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को गति प्रदान करना और घरेलू क्षमताओं को मजबूत करना है।
- आयात पर निर्भरता कम करना: इसका उद्देश्य स्वदेशी विकास को बढ़ावा देकर महंगी आयातित चिकित्सा प्रौद्योगिकियों पर निर्भरता कम करना है।
- किफायती पहुँच का विस्तार: यह मिशन देश भर में उच्च-गुणवत्ता वाली और किफायती चिकित्सा प्रौद्योगिकियों तक समान पहुँच को बढ़ावा देता है।
- व्यापक-आधारित वित्तपोषण सहायता: वित्तपोषण विभिन्न हितधारकों – शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, स्टार्टअप्स, MSME, उद्योग जगत के दिग्गजों और सहयोगी उपक्रमों – के लिए उपलब्ध है।
- महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता: प्रति परियोजना ₹5-25 करोड़ (विशेष मामलों में ₹50 करोड़ तक) की सहायता बाज़ार में प्रभावशाली मेडटेक समाधान लाने में मदद करेगी।
तीन-स्तरीय उद्देश्य
- जन स्वास्थ्य पर प्रभाव: राष्ट्रीय प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में रोगों से निपटने वाली तकनीकों का समर्थन करना और देखभाल तक पहुँच में सुधार करना।
- सामर्थ्य और पहुँच: ऐसे समाधानों का समर्थन करना जो आयातित विकल्पों की तुलना में लागत को कम करते हैं।
- आत्मनिर्भरता और प्रतिस्पर्धात्मकता: मेडटेक में भारत को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने के लिए मज़बूत उद्योग-अकादमिक सहयोग के साथ स्वदेशी विकास और विनिर्माण को उत्प्रेरित करना।
मिशन का महत्व
- आत्मनिर्भरता: यह चिकित्सा प्रौद्योगिकी में स्वदेशी नवाचार को सक्षम करेगा ताकि महंगे आयात पर निर्भरता कम हो, जो व्यापक आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के अनुरूप है।
- अंतर-संचालनीयता: यह उत्पाद विकास, नियामक अनुमोदन और व्यावसायीकरण पाइपलाइनों में तेजी लाने के लिए अंतःविषय सहयोग को सुगम बनाएगा।
- तकनीकी प्रोत्साहन: इसमें उन्नत इमेजिंग, न्यूनतम इनवेसिव तकनीकें, पॉइंट-ऑफ-केयर आणविक निदान, AI/ML प्लेटफ़ॉर्म, रोबोटिक्स और रोग निदान, उपचार तथा रोगी देखभाल के अन्य उभरते क्षेत्र क्षेत्र शामिल हो सकते हैं।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राथमिकताओं को प्रोत्साहन: TB, कैंसर, नवजात शिशु देखभाल और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल जैसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राथमिकताओं से जुड़ी परियोजनाओं को प्रोत्साहित किया जाता है।
Sources:
swarajyamag
anrfonline
Pib Gov
