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सामान्य अध्ययन -3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव आकलन।
संदर्भ: विश्व मौसम संगठन के ग्रीनहाउस गैस बुलेटिन 2024 के अनुसार, कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के स्तर में अब तक की सबसे तीव्र वृद्धि दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि 2023 और 2024 के बीच CO₂ के स्तर में लगभग 3.5 ppm वृद्धि हुई है।
बुलेटिन के मुख्य बिंदु
- CO₂ के स्तर में अभूतपूर्व वृद्धि: 1960 के दशक से CO₂ की वृद्धि दर तीन गुना हो गई है, 2011 से 2020 के दशक में वार्षिक औसत वृद्धि 0.8 पीपीएम प्रति वर्ष से बढ़कर 2.4 पीपीएम प्रति वर्ष हो गई है।
- दीर्घकालिक सांद्रण की प्रवृत्ति: वैश्विक CO₂ का स्तर 2004 में 377.1 पीपीएम से बढ़कर 2024 में 423.9 पीपीएम हो गया है, जो केवल दो दशकों में 12.5% की वृद्धि को दर्शाता है। यह CO₂ के निरंतर उत्सर्जन और उनके प्राकृतिक अवशोषण में आई कमी की ओर संकेत करता है।
- मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड में रिकॉर्ड वृद्धि: मीथेन (CH₄) और नाइट्रस ऑक्साइड (N₂O), क्रमशः दूसरी और तीसरी सबसे महत्वपूर्ण दीर्घकालिक ग्रीनहाउस गैसें हैं। ये गैसें अभूतपूर्व सांद्रण स्तर तक पहुंच गई हैं।
- मीथेन की भूमिका: पृथ्वी पर कुल वार्मिंग प्रभाव में मीथेन की हिस्सेदारी लगभग 16% है और यह लगभग नौ वर्षों तक वायुमंडल में रहती है, जो जलवायु वार्मिंग पर इसके प्रबल अल्पकालिक प्रभाव को उजागर करता है।
- नाइट्रस ऑक्साइड के रुझान : वैश्विक औसत N₂O सांद्रण 2024 में 338.0 भाग प्रति बिलियन (ppb) तक पहुंच गया, जो पूर्व-औद्योगिक स्तरों की तुलना में 25% की वृद्धि को दर्शाता है। यह वृद्धि निरंतर कृषि गतिविधियों और औद्योगिक उत्सर्जन से प्रेरित है।
ग्रीनहाउस गैसों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार कारक
- मानव-प्रेरित उत्सर्जन: औद्योगिक परिचालन, परिवहन और ऊर्जा उत्पादन से होने वाला निरंतर उत्सर्जन, CO₂ सांद्रता में वृद्धि का प्रमुख कारण बना हुआ है।
- जंगल की आग और प्राकृतिक कारक: बड़े पैमाने पर जंगलों में लगी आग से 2024 में वायुमंडल में भारी मात्रा में कार्बन जमाव हुआ।
- कार्बन सिंक की दक्षता में कमी: स्थल और महासागरों की प्राकृतिक कार्बन अवशोषण क्षमता में गिरावट आई है, तथा सूखे और गर्मी के तनाव के कारण वन और वनस्पति इन गैसों का कम अवशोषण कर रहे हैं।
- अल नीनो घटना का प्रभाव: 2024 में अल नीनो की स्थिति ने स्थलीय कार्बन सिंक की दक्षता को काफ़ी कम कर दिया। अमेज़न और दक्षिणी अफ़्रीका जैसे क्षेत्रों में सूखी वनस्पतियों और भड़की आग ने वायुमंडलीय CO₂ के निर्माण में योगदान दिया।
- मीथेन के स्रोत: लगभग 40% मीथेन उत्सर्जन आर्द्रभूमि जैसे प्राकृतिक स्रोतों से होता है, जबकि 60% पशुधन फार्मिंग, चावल की खेती, जीवाश्म ईंधन निष्कर्षण, लैंडफिल और बायोमास जलाने सहित मानवीय गतिविधियों से उत्पन्न होता है।
ग्रीनहाउस गैस बुलेटिन (GGB) के बारे में
- ग्रीनहाउस गैस बुलेटिन विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा 2004 से प्रकाशित किया जाने वाला एक वार्षिक प्रकाशन है।
- यह CO₂, CH₄ और N₂O सहित प्रमुख ग्रीनहाउस गैसों की सतही सांद्रता का आधिकारिक वैश्विक आकलन प्रदान करता है।
- यह बुलेटिन नीति निर्माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक संदर्भ के रूप में कार्य करता है और पेरिस समझौते जैसे अंतर्राष्ट्रीय जलवायु समझौतों की प्रगति पर नज़र रखने तथा शमन रणनीतियों का मार्गदर्शन करने में मदद करता है।