संदर्भ:
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य तेजी से उत्तर भारत में डेटा सेंटर के प्रमुख हब के रूप में उभर रहा है।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य:
- नोएडा में हीरानंदानी समूह के डेटा सेंटर जैसी परियोजनाओं का संदर्भ देते हुए, उन्होंने उत्तर प्रदेश के मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे को प्रमुख आईटी और प्रौद्योगिकी निवेशों के प्रवाह का श्रेय दिया।
- राज्य ने सॉफ्टवेयर निर्यात बढ़ाने और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है, जिसमें अब 400 से अधिक STPI -पंजीकृत आईटी और ITES कंपनियां काम कर रही हैं।
- इसमें IBM, डेलोइट, जेनपैक्ट और एचसीएल जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियां शामिल हैं, जिन्होंने नोएडा से आगे बढ़कर लखनऊ जैसे शहरों में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है।
- लखनऊ में भारत का पहला एआई सेंटर फॉर एक्सीलेंस स्थापित किया गया है, साथ ही “AI प्रज्ञा योजना” का शुभारंभ किया गया है।
- AI प्रज्ञा योजना के तहत 10 लाख नागरिकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा।
- प्रतिभागियों को प्रशिक्षण पूरा होने पर प्रमाणन प्राप्त होगा, इस पहल का उद्देश्य रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना और राज्य में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना है।
- कार्यक्रम को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण विकास, राजस्व और सचिवालय प्रशासन सहित विभिन्न विभागों की साझेदारी में लागू किया जाएगा।
- लॉन्च किया गया: 9 मई, 2025
नोडल एजेंसी: आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के तहत सेंटर फॉर ई-गवर्नेंस (CEG) सोसाइटी।