संदर्भ:
मुख्यमंत्री ने विश्व बैंक के अध्यक्ष के साथ मिलकर लखनऊ में ‘यूपी एग्रीज’ (उत्तर प्रदेश कृषि विकास और ग्रामीण उद्यम पारिस्थितिकी तंत्र सुदृढ़ीकरण) और ‘AI प्रज्ञा’ पहल का उद्घाटन किया।
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- यूपी एग्रीज परियोजना के तहत राज्य को छह साल की अवधि में विश्व बैंक से ₹2,737 करोड़ का ऋण मिलेगा।
- यूपी एग्रीज पहल का उद्देश्य बुंदेलखंड और पूर्वांचल के 28 जिलों में कृषि को बदलना है।
- यह पहल उत्पादकता को बढ़ावा देने और उन्नत, प्रौद्योगिकी-संचालित कृषि विधियों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
- इस पहल से किसानों, किसान संगठनों, मछुआरों और कृषि-आधारित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को सीधे लाभ मिलने की उम्मीद है।
- राज्य सरकार इस परियोजना में ₹1,166 करोड़ का योगदान देगी, जबकि विश्व बैंक का ऋण 35 वर्षों में मात्र 1.23% की कम ब्याज दर पर चुकाया जाएगा।
- यह कार्यक्रम किसानों को सहायता प्रदान करेगा तथा राज्य भर में कृषि उत्पादकता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाएगा।
- यह परियोजना 10,000 महिला उत्पादक समूहों को जोड़ेगी तथा 500 किसानों को उन्नत कृषि तकनीक सीखने के लिए विदेश भेजेगी, जिसका उद्देश्य छोटे किसानों को सशक्त बनाना तथा क्षेत्रीय असमानताओं को कम करना है।
- ‘AI प्रज्ञा’ पहल के तहत राज्य सरकार का लक्ष्य 10 लाख युवाओं को कृत्रिम बुद्धिमत्ता तथा अन्य उभरती डिजिटल तकनीकों में प्रशिक्षित करना है।
- यह कार्यक्रम AI, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स तथा साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में प्रमाणपत्र प्रदान करेगा, जिससे रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे तथा राज्य में एक जीवंत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को समर्थन मिलेगा।
- यह पहल शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण विकास, राजस्व तथा सचिवालय प्रशासन सहित कई राज्य विभागों के सहयोग से की जाएगी।
- यह युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा, साथ ही सरकारी सेवाओं, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में तकनीकी दक्षता को भी बढ़ावा देगा।
- कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, HCL, वाधवानी फाउंडेशन, अमेज़ॅन, गूगल और 1M1B जैसे वैश्विक प्रौद्योगिकी नेता राज्य सरकार के साथ मिलकर राज्यव्यापी कौशल विकास पहल शुरू करेंगे।