संबंधित पाठ्यक्रम:
सामान्य अध्ययन-2: विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां और हस्तक्षेप तथा उनके निर्माण और कार्यान्वयन से उत्पन्न मुद्दे।
संदर्भ :
ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन की मात्रात्मक मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार , भारत की प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) प्रणाली ने लीकेज (भ्रष्टाचार) को कम करके और सब्सिडी दक्षता में सुधार करके 3.48 लाख करोड़ रुपये की बचत की।
अन्य संबंधित जानकारी

- रिपोर्ट में 2009 से 2024 तक के आंकड़ों का मूल्यांकन किया गया है तथा कल्याण दक्षता सूचकांक (WEI) प्रस्तुत किया गया है।
- सूचकांक में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है – 2014 में 0.32 से 2023 में 0.91 तक – जो समावेशन और वित्तीय दक्षता दोनों में महत्वपूर्ण लाभ का संकेत देता है।
DBT की प्रमुख उपलब्धियां
- सब्सिडी आवंटन 2009-2013 में 16% से घटकर 2023-24 में 9% हो गया है, जबकि लाभार्थी कवरेज नाटकीय रूप से 11 करोड़ से बढ़कर 176 करोड़ व्यक्ति हो गया है।
क्षेत्रीय विश्लेषण

क्षेत्र-विशिष्ट प्रभावों का विस्तृत विवरण दर्शाता है कि DBT ने विशेष रूप से उन कार्यक्रमों,जिनमे भ्रष्टाचार ज्यादा है, को कैसे लाभान्वित किया है ।
- खाद्य सब्सिडी (PDS): 1.85 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई, जो कुल DBT बचत का 53% है। यह मुख्य रूप से आधार से जुड़े राशन कार्ड प्रमाणीकरण के कारण संभव हुआ।
- मनरेगा : 98% मजदूरी समय पर हस्तांतरित की गई, जिससे प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) संचालित जवाबदेही के माध्यम से 42,534 करोड़ रुपये की बचत हुई।
- पीएम-किसान: योजना से 2.1 करोड़ अयोग्य लाभार्थियों को हटाकर ₹22,106 करोड़ की बचत हुई।
- उर्वरक सब्सिडी: 158 लाख मीट्रिक टन उर्वरक की बिक्री कम हुई, जिससे लक्षित वितरण के माध्यम से ₹18,699.8 करोड़ की बचत हुई।
JAM ट्रिनिटी: DBT की रीढ़
DBT का मुख्य स्तंभ JAM ट्रिनिटी है :
- जन धन बैंक खाते
- आधार विशिष्ट आईडी संख्या
- मोबाइल फोन
इस ढांचे ने लक्षित, पारदर्शी और बड़े पैमाने पर स्थानान्तरण को सक्षम बनाया है।
कल्याण दक्षता सूचकांक
DBT की प्रभावशीलता को मापने के लिए, रिपोर्ट में कल्याण दक्षता सूचकांक प्रस्तुत किया गया है, जो निम्नलिखित को सम्मिलित करता है:
- राजकोषीय परिणाम (जैसे बचत और कम सब्सिडी)
- सामाजिक संकेतक (जैसे लाभार्थी तक पहुंच)
कल्याण दक्षता सूचकांक DBT बचत को 50%, सब्सिडी में कमी को 30% तथा लाभार्थी वृद्धि को 20% महत्व देता है।
WEI में वृद्धि निम्नलिखित कारणों से हुई:

- DBT बचत: 3.48 लाख करोड़ रुपये की संचयी रिसाव में कमी।
- सब्सिडी में कमी: कुल व्यय में 16% से 9% तक की कमी।
- लाभार्थी वृद्धि: कवरेज में 16 गुना विस्तार।
यह बहु-कारक दृष्टिकोण दर्शाता है कि भारत की दक्षता में वृद्धि केवल बजट कटौती का परिणाम नहीं है, बल्कि यह व्यापक प्रणालीगत सुधारों को प्रतिबिंबित करती है।
मुख्य परीक्षा अभ्यास
युक्तिकरण , शासन पारदर्शिता और सामाजिक समावेशन पर DBT प्रणाली के प्रभाव का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें । साथ ही, लक्षित वितरण सुनिश्चित करने में JAM ट्रिनिटी के महत्व पर चर्चा करें।
संबंधित विगत वर्ष के प्रश्न
प्रश्न: प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना के माध्यम से सरकारी वितरण प्रणाली में सुधार एक प्रगतिशील कदम है, लेकिन इसकी अपनी सीमाएँ भी हैं। टिप्पणी करें। (2022)