संदर्भ: 

हाल ही में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने ग्रेटर नोएडा में इंडसफूड (एशिया का प्रमुख खाद्य और पेय व्यापार शो) के 8वें  संस्करण का उद्घाटन किया।

अन्य संबंधित जानकारी

• मेजबानी: भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (TPCI) वाणिज्य विभाग के सहयोग से।

  • यह विदेश व्यापार नीति में अधिसूचित एक शीर्ष व्यापार एवं निवेश संवर्धन संगठन है। 

• इंडसफूड के 8 वें संस्करण में निम्नलिखित दो कार्यक्रम आयोजित किए गए: –

  • इंडसफूड मैन्यूफैक्चरिंग (चौथा संस्करण ), खाद्य विनिर्माण समाधानों के भविष्य को समर्पित एक प्रमुख व्यापार शो। 

• इंडसफूड एग्रीटेक 2025 (उद्घाटन) एक वैश्विक बी2बी प्रदर्शनी थी जो कृषि, जलीय कृषि, मत्स्य पालन तकनीकी और डेयरी फार्मिंग में नवाचारों के प्रदर्शन पर केंद्रित थी।  

• इंडसफूड की शुरुआत 2017 में भारतीय खाद्य और पेय उत्पादकों को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने के लिए की गई थी।

इंडसफूड 2025 में प्रमुख कार्यक्रम :

  • एशियाई प्रेसिडेंट्स फोरम (APF): यह एशिया भर के शीर्ष पाककला नेताओं और शेफों को एक साथ लाता है तथा पाककला जगत में नवाचार और सहयोग के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करता है। 
  • अंतर्राष्ट्रीय खाद्य खुदरा सम्मेलन और सीईओ फोरम 2025: यह वैश्विक खुदरा श्रृंखलाओं और भारतीय खाद्य खुदरा नेताओं के बीच जुड़ाव की सुविधा प्रदान करता है।
  • सतत खाद्य विनिर्माण शिखर सम्मेलन 2025: यह  कार्यक्रम भविष्य में टिकाऊ खाद्य विनिर्माण के लिए टिकाऊ प्रथाओं पर चर्चा करने के लिए उद्योग के नेताओं और हितधारकों को एक साथ लाता है।
  • वैश्विक खाद्य सुरक्षा सम्मेलन 2025: इस सम्मेलन में, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का उद्देश्य खाद्य की उपलब्धता बढ़ाना और बर्बादी को कम करना है।
  • वैश्विक खाद्य सुरक्षा एवं मानक सम्मेलन: यह वैश्विक नियामकों को खाद्य सुरक्षा प्रणालियों पर चर्चा करने तथा उभरते खाद्य खतरों आदि पर अंतर्दृष्टि का आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ लाता है।

ई-श्रम पोर्टल सभी 22 अनुसूचित भाषाओं में उपलब्ध

संदर्भ: 

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने भाषिणी -सक्षम ई-श्रम पोर्टल को अब सभी 22 अनुसूचित भाषाओं में उपलब्ध कराया है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • पूर्व संस्करण केवल अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड़ और मराठी में उपलब्ध था।

ई-श्रम पोर्टल

  • श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने असंगठित श्रमिकों का एक व्यापक राष्ट्रीय डेटाबेस (NDUW) विकसित करने के लिए 2021 में इसे जारी किया।
  • असंगठित श्रमिकों के कल्याण और सामाजिक संरक्षण के लिए तैयार की गई सरकारी योजनाओं तक निर्बाध पहुंच के लिए ‘वन स्टॉप सॉल्यूशन’ है ।

ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण हेतु पात्रता

  • आयु 16 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • असंगठित क्षेत्र में कार्यरत होना चाहिए , जिसमें स्व-नियोजित व्यक्ति, दैनिक वेतन भोगी मजदूर और गिग श्रमिक शामिल हों।
  • आवेदनकर्ता के पास आधार कार्ड, आधार से जुड़ा वैध मोबाइल नंबर और बैंक खाता होना चाहिए।
  • कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) या कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) का सदस्य न हो ।

पोर्टल का महत्व

  • पोर्टल पर पंजीकरण से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और पहलों की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच की सुविधा मिलती है। वर्तमान में 12 योजनाएं पोर्टल के अंतर्गत हैं।
  • यह प्रभावी नीति कार्यान्वयन के लिए असंगठित श्रमिकों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस स्थापित करता है।
  • यह कृषि, निर्माण, घरेलू कार्य और स्ट्रीट वेंडिंग जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और लाभों तक पहुंच को बढ़ाता है।

कैलिफोर्निया के जंगल में आग

संदर्भ: 

विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि कैलिफोर्निया में हाल ही में लगी जंगल की आग ” सांता एना” हवाओं के कारण लगी है।

अन्य संबंधित जानकारी 

  • पैलिसेड्स की आग , जो कि सबसे बड़ी और सबसे विनाशकारी थी, ने लॉस एंजिल्स के पश्चिम में पैसिफिक पैलिसेड्स पड़ोस में 20,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र को नष्ट कर दिया था। 
  • विनाशकारी जंगली आग ने कम से कम 25 लोगों की जान ले ली है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।

सांता एना हवाओं की भूमिका

  • ये हवाएं तब चलती हैं जब ग्रेट बेसिन (रॉकी पर्वत और सिएरा नेवादा के बीच का क्षेत्र) पर उच्च दबाव बनता है और कैलिफोर्निया के तट पर दबाव कम होता है।
  • दबाव में अंतर के कारण शक्तिशाली हवाएं चलती हैं जो बेसिन के अंतर्देशीय रेगिस्तानों से दक्षिणी कैलिफोर्निया के पूर्व और उत्तर में प्रशांत महासागर की ओर चलती हैं ।

CSPOC की स्थायी समिति की बैठक

संदर्भ: 

हाल ही में, लोकसभा अध्यक्ष ने ग्वेर्नसे में राष्ट्रमंडल संसदों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन (CSPOC) की स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

अन्य संबंधित जानकारी

  • लोक सभा अध्यक्ष ने राष्ट्रमंडल देशों की संसदों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के 28वें सम्मेलन (CSPOC) के मेजबान के रूप में इस बैठक की अध्यक्षता की। इसकी अगली बैठक 2026 में भारत में आयोजित की जाएगी।
  • अध्यक्ष के अनुसार 28वें CSPOC का फोकस क्षेत्र संसदों के कामकाज में एआई और सोशल मीडिया का अनुप्रयोग बढ़ाना है।

राष्ट्रमंडल देशों की संसदों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन (CSPOC)

  • इस सम्मेलन की स्थापना 1969 में राष्ट्रमंडल के स्वतंत्र संप्रभु राज्यों की राष्ट्रीय संसदों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों को एक साथ लाने के लिए की गई थी।
  • यह सम्मेलन एक स्वतंत्र समूह है और इसका राष्ट्रमंडल संसदीय संघ, राष्ट्रमंडल सचिवालय या राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों के साथ कोई औपचारिक संबंध नहीं है।
  • CSPOC दो-वर्षीय चक्र पर कार्य करता है, जिसमें प्रत्येक दो वर्ष में पूर्ण सदस्यता का सम्मेलन आयोजित किया जाता है, जो आमतौर पर जनवरी के प्रारम्भ में होता है तथा मध्यवर्ती वर्ष में उसी समय स्थायी समिति की बैठक भी होती है।

सम्मेलन का उद्देश्य है:

  • संसदों के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों की ओर से निष्पक्षता और न्यायसंगतता को बढ़ावा देना और प्रोत्साहित करना। 
  • संसदीय लोकतंत्र के विभिन्न स्वरूपों के ज्ञान और समझ को बढ़ावा देना
  • संसदीय संस्थाओं का विकास करना।

• स्थायी समिति CSPOC की गतिविधियों की निगरानी करती है। इसमें 15 सदस्य होते हैं, जिसमें 5 सदस्यों की उपस्थिति कोरम के रूप में माना जाता है।

• समिति की अध्यक्षता अगले सम्मेलन की मेजबानी करने वाले क्षेत्राधिकार के निचले सदन के अध्यक्ष द्वारा की जाती है। कार्यकाल एक सम्मेलन के अंत से अगले सम्मेलन के अंत तक होता है।

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