संदर्भ:

हाल ही में जारी ‘पियर्सन ग्लोबल इंग्लिश प्रोफिशिएंसी रिपोर्ट 2024’ के अनुसार, भारत अंग्रेजी दक्षता में वैश्विक औसत से ऊपर है।

  • पियर्सन रिपोर्ट के अनुसार, भारत का औसत अंग्रेजी कौशल स्कोर (52) वैश्विक औसत अंग्रेजी कौशल स्कोर (57) से कम है, जबकि भारत का औसत अंग्रेजी बोलने का स्कोर (57) अधिक (54) है।
  • रिपोर्ट में भारत के दिल्ली, राजस्थान और पंजाब को क्रमशः शीर्ष तीन स्थान प्राप्त है।
  • रिपोर्ट का अवलोकन: पियरसन वैश्विक अंग्रेजी दक्षता रिपोर्ट 2024 ने भारत, फिलीपींस, जापान, मिस्र, कोलंबिया और यूरोप में 750,000 वर्सेंट टेस्ट डेटा का विश्लेषण किया।
  • भारत के अंक:
  • कुल अंग्रेजी कौशल: भारत का स्कोर (52) वैश्विक औसत (57) से नीचे है।
  • बोलने के कौशल: भारत का बोलने का स्कोर (57) वैश्विक औसत (54) से अधिक है।
  • लिखने के कौशल: भारत का लिखने का स्कोर (61) वैश्विक औसत के बराबर है।
  • क्षेत्र प्रदर्शन:
  • वित्त और बैंकिंग: सबसे अधिक बोलने का स्कोर (63), वैश्विक औसत (56) से अधिक।
  • स्वास्थ्य देखभाल: सबसे कम स्कोर (45), तेजी से विस्तार और नौकरी तक पहुंच से प्रभावित।
  • तकनीकी, परामर्श और बीपीओ: मजबूत प्रदर्शन, वैश्विक मानकों के साथ मेल खाते या उनसे अधिक।
  • वृद्धि प्रवृत्तियाँ: भारत में विशेष रूप से डिजिटल संचार और व्यवसायिक संदर्भों में अंग्रेजी दक्षता में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है।
  • रणनीतिक अंतर्दृष्टि: रिपोर्ट इंगीत करती है कि अंग्रेजी दक्षता व्यवसायों के लिए एक रणनीतिक संपत्ति है, जो भर्ती और कार्यबल विकास निर्णयों में मदद करती है।
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