संदर्भ: हाल ही में, भारतीय मेट्रो प्रणाली ने 11 राज्यों और 23 शहरों में 1,000 किमी से अधिक की दूरी तय की और चीन (10,150.17 किमी) तथा अमेरिका (1,389.4 किमी) के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मेट्रो प्रणाली बन गई।
विवरण:
- 5 जनवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 12,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली मेट्रो विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
- इनमें दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा को आसान बनाने वाला 13 किमी लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर, 2.8 किमी लंबा दिल्ली मेट्रो फेज-IV और दिल्ली-हरियाणा कनेक्टिविटी को बढ़ाने वाला 26.5 किमी लंबा रिठाला-कुंडली सेक्शन शामिल है।
- ये परियोजनाएँ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं क्योंकि भारत का मेट्रो नेटवर्क, जो अब प्रतिदिन 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करता है, मेट्रो रेल परियोजनाओं में जापान से आगे निकल गया है और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बनने के लिए तैयार है।
भारतीय मेट्रो के इतिहास में मील के पत्थर
- भारत में मेट्रो प्रणाली की पहल वर्ष 1969 में मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट के शुभारंभ के साथ शुरू हुई।
- वर्ष 1984: भारत की पहली मेट्रो लाइन, एस्प्लेनेड और भवानीपुर के बीच 3.4 किमी की दूरी तय करते हुए, कोलकाता में खोली गई, जिसने भारत में मेट्रो यात्रा की शुरुआत को चिह्नित किया।
- वर्ष 1995: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) की स्थापना, केंद्र और दिल्ली सरकारों के संयुक्त वित्त पोषण के साथ, दिल्ली में विश्व स्तरीय मेट्रो सेवाएँ लाने के लिए की गई थी।
- वर्ष 2002: DMRC ने शाहदरा और तीस हजारी के बीच अपना पहला मेट्रो कॉरिडोर शुरू किया, जिसने भारत में एक विशाल मेट्रो नेटवर्क की नींव रखी।
- वर्ष 2011: बेंगलुरु की नम्मा मेट्रो ने अपने पहले खंड की शुरुआत की।
- वर्ष 2017: चेन्नई मेट्रो का विस्तार ग्रीन लाइन पर कोयम्बेडु से नेहरू पार्क तक अपने पहले भूमिगत खंड के उद्घाटन के साथ हुआ।
- वर्ष 2020: कोच्चि मेट्रो ने थायकूडम-पेट्टा खंड के साथ चरण 1 पूरा किया, जिसने केरल को भारत के मेट्रो नेटवर्क में प्रवेश दिलाया।
मेट्रो प्रणाली में प्रगति
- भारत की मेट्रो प्रणाली शहरी गतिशीलता को फिर से परिभाषित करने के लिए अभिनव समाधानों को अपना रही है:
- अंडर-वाटर मेट्रो: वर्ष 2024 में, पीएम मोदी ने कोलकाता में भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो सुरंग का उद्घाटन किया, जहाँ एस्प्लेनेड-हावड़ा मैदान खंड हुगली नदी के नीचे से गुजरता है।
- चालक रहित मेट्रो: 28 दिसंबर, 2020 को भारत ने दिल्ली की मैजेंटा लाइन पर अपनी पहली चालक रहित मेट्रो सेवा शुरू की, जिसने एक नया स्वचालन बेंचमार्क स्थापित किया।
- कोच्चि जल मेट्रो: केरल ने वर्ष 2021 में भारत की पहली जल मेट्रो परियोजना शुरू की, जो निर्बाध कनेक्टिविटी के लिए कोच्चि के आसपास के 10 द्वीपों को इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नावों से जोड़ती है।
- इसके अतिरिक्त, तीन नई मेट्रो परियोजनाओं को मंजूरी दी गई:
- बेंगलुरु मेट्रो: दो गलियारों के साथ 44 किमी का विस्तार।
- ठाणे मेट्रो: सड़क पर भीड़भाड़ कम करने के लिए 29 किमी का नेटवर्क।
- पुणे मेट्रो: शहरी गतिशीलता में सुधार के लिए 5.5 किमी का मार्ग।