पहला विश्व ध्यान दिवस

संदर्भ:

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने ध्यान और इसके लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित किया है।   

अन्य संबंधित जानकारी:
  • इस दिवस का विषय  “वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए ध्यान” (Meditation for Global Peace and Harmony) है।   
  • यह दिवस ध्यान के अभ्यास और इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाएगा। इस संकल्प  लिकटेंस्टीन (Liechtenstein) द्वारा प्रस्तुत किया गया तथा भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, मैक्सिको, अंडोरा आदि देशों ने इसका समर्थन किया। 

यह दिवस उत्तरी गोलार्ध में शीतकालीन  संक्रांति  के अनुरूप है। इस दिन वर्ष का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है इसलिए यह दिवस  आत्म-अवलोकन  और आंतरिक शांति को बढ़ावा देता है। 

ध्यान (Meditation):
  • मेडिटेशन (Meditation) एक अंग्रेजी शब्द है, जो मूलतः लैटिन शब्द मेडिटेरी से बना है, जिसका अर्थ सोचना, चिंतन करना या मनन करना होता है। साथ ही, यह ‘मन की गहरी खोज’ को इंगित करता है।  
  • यह ध्यान और जागरूकता  को नियंत्रित करके ‘मन को नियंत्रित करने की तकनीक’ माना जाता है।  
  • यह एक प्राचीन अभ्यासहै, जिसमेंवर्तमान क्षण पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है। ध्यान विभिन्न संस्कृतियों में धार्मिक, यौगिक और पंथनिरपेक्ष की परंपराओं में निहित है, जिसका प्रयोग हजारों वर्षों से किया जाता रहा है।  
  • इससे पहले वर्ष 2014 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

संयुक्त राष्ट्र आंतरिक न्याय परिषद

संदर्भ:

हाल ही में, उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मदन लोकुर को संयुक्त राष्ट्र आंतरिक न्याय परिषद (UNIJC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।   

संयुक्त राष्ट्र आंतरिक न्याय परिषद  
  • संयुक्त राष्ट्र की न्याय प्रणाली के प्रशासन में स्वतंत्र, पेशेवर बनाने और जवाबदेही सुनिश्चित करने में सहायता के लिए महासभा ने नई आंतरिक न्याय प्रणाली के भाग के रूप में आंतरिक न्याय परिषद (IJC) की स्थापना की।  
IJC में निम्नलिखित पाँच सदस्य शामिल हैं:
  • एक स्टाफ का प्रतिनिधि
  • एक प्रबंधन का प्रतिनिधि
  • दो प्रतिष्ठित बाहरी विधिवेत्ता, जिसमें एक स्टाफ द्वारा तथा एक प्रबंधन द्वारा नामित व्यक्ति। 
  • उपर्युक्त चार सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से चुने गए एक प्रतिष्ठित विधिवेत्ता को अध्यक्ष बनाया जाता है।

IJC के सदस्यों की नियुक्ति संयुक्त राष्ट्र के महासचिव द्वारा की जाती है।

परिषद के अध्यक्ष का कार्यकाल चार वर्ष का होता है। 

न्यायाधीश मदन लोकुर:
  • उन्हें अगस्त, 2019 में फिजी के उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। यह ऐसी पहली घटना थी कि किसी भारतीय न्यायाधीश को फिजी के उच्चतम न्यायालय में नियुक्त किया गया हो।  
  • न्यायमूर्ति लोकुर छह वर्ष से भी अधिक समय तक न्यायाधीश के रूप में कार्य करने के बाद 31 दिसंबर, 2018 को उच्चतम न्यायालय से सेवानिवृत्त हुए।

USBRL परियोजना का अंजी खड्ड पुल

संदर्भ: 

हाल ही में, भारतीय रेलवे ने भारत के पहले केबल-स्टेड रेल पुल, अंजी खड्ड पुल पर इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया है।

अन्य संबंधित जानकारी
  • यह परीक्षण जनवरी, 2025 में उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेलवे लिंक (USBRL) परियोजना के माध्यम से कश्मीर तक रेल सेवाओं की शुरुआत में बेहद महत्वपूर्ण होगा।
  • जनवरी, 2025 में, भारत के प्रधानमंत्री USBRL के माध्यम से निर्मित रेललाइन पर कश्मीर को नई दिल्ली से जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन को रवाना करेंगे।   

अंजी खड्ड पुल के बारे में:

  • यह नदी तल से 331 मीटर की ऊँचाई पर एकल तोरण से बना पुल है।   
  • यह कौरी (Kauri) में चेनाब नदी पर बने प्रतिष्ठित आर्च पुल के बाद दूसरा सबसे ऊँचा रेलवे पुल है, जो नदी तल से 359 मीटर ऊँचाई पर बना विश्व का सबसे ऊँचा रेलवे पुल है।  यह पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊँचा है।   
  • इसकी कुल लंबाई 473.25 मीटर है, जिसमें खाई वाला हिस्सा 120 मीटर और मुख्य तटबंध 94.25 मीटर लंबा है।   
  • रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, इस रेल लिंक हेतु 38 सुरंगों का निर्माण किया गया है, जिनकी संयुक्त लंबाई 119 किलोमीटर है।
  • इसमें भारत में अब तक निर्मित सबसे लंबी परिवहन सुरंगें – जैसे कि सुम्बर-अर्पिंचला (T-49) 12.75 किलोमीटर लंबी और पीर पंजाल (T-80) 11.2 किलोमीटर लंबी – शामिल हैं।
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