संदर्भ:
हाल ही में, 77वीं विश्व स्वास्थ्य सभा के दौरान, सदस्य देशों ने मानव कोशिकाओं और ऊतकों सहित अंग प्रत्यारोपण की पहुंच बढ़ाने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव को मंजूरी दी।
अन्य संबंधित जानकारी
- 77वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में 194 सदस्य देशों के 300 प्रस्तावों के आधार पर “अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम 2005” में संशोधन को अपनाया गया।
- ये संशोधन अंतरराष्ट्रीय चिंता की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों और महामारी संबंधी आपात स्थितियों का पूर्वानुमान लगाने और उनका प्रबंधन करने के लिए देशों की क्षमता बढ़ाने के लिए तैयार किए गए हैं।
- भारत ने विकासशील देशों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों पर प्रतिक्रिया में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस विनिमय के संशोधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अंग प्रत्यारोपण पर मसौदा संकल्प की मुख्य विशेषताएँ :
- मसौदा संकल्प (Draft Resolution) में मानव कोशिकाओं और ऊतकों सहित अंग प्रत्यारोपण की उपलब्धता में सुधार लाने हेतु एक वैश्विक रणनीति विकसित करने तथा इसे वर्ष 2026 में अपनाने के लिए प्रस्तुत करने का अधिदिष्ट किया गया है।
- इस संकल्प में लोगों को जागरूक करने और अंग दान को प्रोत्साहित करने हेतु विश्व अंगदाता दिवस (World Donor Day) की शुरुआत करने का भी समर्थन किया गया है।
- इसने सदस्य देशों से मानव कोशिका, ऊतक और अंग प्रत्यारोपण पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मार्गदर्शक सिद्धांतों के अनुरूप कार्य करने का आह्वान किया है।
- इसके अतिरिक्त, इसमें इस तथ्य को रेखांकित किया गया है कि प्रत्यारोपण उपचारों तक सीमित पहुँच अंग प्राप्त करने के लिए मानव तस्करी और मानव अंगों की तस्करी में अहम भूमिका निभाती है। ये प्रथाएँ मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के साथ-साथ बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न करती हैं।
- इसमें महानिदेशक से विशेषज्ञ सलाहकार पैनलों और समितियों के लिए विनियमों का पालन करते हुए एक विशेषज्ञ समिति का गठन करने का भी आग्रह किया गया है, ताकि सचिवालय को वैश्विक रणनीति तैयार करने और उसके क्रियान्वयन में सहायता मिल सके।
विश्व स्वास्थ्य सभा
- विश्व स्वास्थ्य सभा विश्व स्वास्थ्य संगठन के शासी निकाय के रूप में कार्य करती है।
- इस सभा में, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल कार्यकारी बोर्ड द्वारा तैयार पूर्व-निर्धारित स्वास्थ्य एजेंडे पर चर्चा करने के लिए शामिल होते हैं।
मुख्य कार्य :
- इसकी मुख्य भूमिकाओं में संगठन की नीतियों को निर्धारित करना, महानिदेशक (Director-General) का चयन करना, वित्तीय मामलों की देखरेख और प्रस्तावित कार्यक्रम बजट का समर्थन करना शामिल है।
- विश्व स्वास्थ्य सभा का आयोजन प्रति वर्ष स्विटजरलैंड के जिनेवा में किया जाता है।
भारत में अंग दान और प्रत्यारोपण:
- भारत में अंगदान को मानव अंग और ऊतक प्रतिरोपण अधिनियम, 1994 द्वारा विनियमित किया जाता है।
- राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (National Organ and Tissue Transplant Organisation – NOTTO) भारत में यंग प्रत्यारोपण के लिए अंग प्राप्ति, आवंटन और वितरण हेतु शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करता है।
- भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, वर्ष 2013 के हुए 4,990 अंग दान से बढ़कर वर्ष 2022 में अंग दान की संख्या 16,041 हो गई है, जो देश की ऐतिहासिक रूप से कम अंगदान दरों को रेखांकित करता है।
- वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े प्रत्यारोपण करने वाले देशों में से एक होने के बावजूद, भारत (केवल अमेरिका और चीन से पीछे) कम सार्वजनिक जागरूकता, धार्मिक मान्यताओं और सख्त कानूनों के कारण अंगदान दरों में पश्चिमी देशों से पीछे है।
- वर्ष 2022 में, भारत की अंगदान दर केवल 0.86 प्रति मिलियन जनसंख्या (PMP) थी, जबकि स्पेन (46.1 PMP), संयुक्त राज्य अमेरिका (31.9 PMP) और यूनाइटेड किंगडम (15.5 PMP) थी।
- तमिलनाडु अंगदान के मामले में शीर्ष स्थान पर है, यहाँ अंगदान दर 1.8 प्रति मिलियन जनसंख्या (PMP) है।