संदर्भ: 

हाल ही में, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने औषधि विनियामक प्राधिकरणों (ICDRA) के 19 वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। 

19वीं अंतर्राष्ट्रीय औषधि विनियामक प्राधिकरण सम्मेलन (International Conference of Drug Regulatory Authorities-ICDRA)

  • भारत में पहली बार इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जो 14 से 18 अक्टूबर, 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। 
  • 19वें ICDRA का विषय है-  स्मार्ट विनियमन: सभी के लिए गुणवत्तायुक्त चिकित्सा उत्पाद उपलब्ध करना (Smart Regulation: Delivering Quality Assured Medical Products for All)।
  • मेजबान: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सहयोग से केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा।

यह 5 दिवसीय सम्मेलन है, जिसमें पहले 2 दिन प्री-आईसीडीआरए के रूप में और शेष 3 दिन को आईसीडीआरए के रूप में नामित किया गया हैं।

  • प्री-आईसीडीआरए एक खुला सत्र है, जिसमें विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
  • ICDRA  सत्र केवल विनियामकों से संबंधित  है, जिसमें WHO के सदस्य देशों के औषधि विनियामक प्राधिकरण शामिल होंगे।

सम्मेलन  के अन्य मुख्य विषय 

  • स्मार्ट विनियमन पर पूर्ण सत्र (Plenary Session): इस सत्र में होने वाली चर्चा वर्ल्ड लिस्टेड अथॉरिटी (WLA)  ढाँचे के आस-पास होगी।
  • इसमें आईवीडी (इन विट्रो डायग्नोस्टिक्स) सहित चिकित्सा उपकरणों पर कार्यशालाएँ आयोजित की जाएगी। 
  • फार्मास्युटिकल प्रारंभिक सामग्रियों की गुणवत्ता: इस कार्यशाला में औषध (फार्मास्युटिकल) उत्पादों की गुणवत्ता और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त नियमों की आवश्यकता पर चर्चा की जाएगी।
  • एआई की भूमिका: इसमें विनियामकों और उद्योग विशेषज्ञों ने विनियामक निगरानी, फार्माको-सतर्कता(फार्माकोविजिलेंस) और नैदानिक परीक्षणों को बेहतर बनाने में एआई की भूमिका पर भी चर्चा की जाएगी।

अंतर्राष्ट्रीय औषधि विनियामक प्राधिकरण सम्मेलन  के बारे में

  • आईसीडीआरए की स्थापना 1980 में  हुई थी। इसने सहयोग को मजबूत करने और विनियामक प्राथमिकताओं पर अंतर्राष्ट्रीय सहमति बनाने के लिए डब्ल्यूएचओ के सदस्य देशों के विनियामक प्राधिकरणों को एक साथ लाया। 
  • इस सम्मेलन का उद्देश्य सूचनाओं के आदान-प्रदान और सामान्य चिंता के मुद्दों पर सहयोगात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
  • आयरलैंड के स्वास्थ्य उत्पाद विनियामक प्राधिकरण  और विश्व स्वास्थ्य संगठन  के द्वारा आयरलैंड के डबलिन में 18वें अंतर्राष्ट्रीय औषधि विनियामक प्राधिकरण सम्मेलन  को आयोजित किया गया था।

आईसीडीआरए का उद्देश्य

  • वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल मानकों को उन्नत बनाने के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य को संरक्षित करना।
  • दवाओं, टीकों, बायोमेडिसिन  और हर्बल्स के विनियमन में कार्रवाई के लिए प्राथमिकताओं की पहचान करना।

भारत का  फार्मास्युटिकल उद्योग

  • वैश्विक स्तर पर भारत जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा प्रदाता होने के साथ-साथ  टीका (वैक्सीन) उत्पादन में 60 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है।
  • वैश्विक स्तर पर भारत का फार्मास्युटिकल उद्योग आकार की दृष्टि से तीसरे स्थान पर है।
  • भारत में अमेरिका के बाहर अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) मानकों के अनुरूप संचालित  फार्मा संयंत्रों की संख्या भी सबसे अधिक है। भारत में 3,000 से अधिक फार्मा कंपनियाँ स्थित हैं।
  • हाल ही में, भारत का फार्मास्युटिकल और मेडीटेक निर्यात  चौथा सबसे बड़ा निर्यात क्षेत्र बन गया है। 
  • भारत वैश्विक स्तर पर फार्मास्यूटिकल्स का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है तथा अमेरिका के बाहर अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) द्वारा अनुमोदित सबसे अधिक संयंत्र भी यहाँ स्थित है।

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