संदर्भ :
हाल ही में 11 वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस (ADMM-Plus ) वियनतियाने, लाओस (लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक) में आयोजित की गई।
अन्य संबंधित जानकारी
- भारत ने इस बात पर बल दिया कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के बौद्ध सिद्धांतों को अपनाया जाए , क्योंकि विश्व तेजी से गुटों और समूहों में विभाजित होता जा रहा है।
- भारत सीमा विवादों से लेकर व्यापार समझौतों तक, अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों की एक विस्तृत श्रृंखला के समाधान के लिए खुले संचार और शांतिपूर्ण वार्ता के प्रति प्रतिबद्ध है।
- भारत ने जलवायु परिवर्तन और सुरक्षा के लिए खतरों के बीच अंतर्संबंधों की समझ को गहरा करने के लिए जलवायु परिवर्तन पर ADMM-Plus रक्षा रणनीति विकसित करने का आह्वान किया।
दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (ASEAN)
इसकी स्थापना 1967 में आसियान के संस्थापक सदस्यों – इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड – द्वारा आसियान घोषणापत्र (बैंकॉक घोषणापत्र) पर हस्ताक्षर करने के बाद की गई थी।
आसियान के वर्तमान सदस्य (10): ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम।
- आसियान ने तिमोर-लेस्ते को अपने 11 वें सदस्य के रूप में स्वीकार करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की है।
वर्ष 2022 तक आसियान देशों की कुल जनसंख्या 662 मिलियन तथा इनका संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 3.2 ट्रिलियन डॉलर था।
आसियान सचिवालय जकार्ता, इंडोनेशिया में स्थित है।
आसियान शिखर सम्मेलन, जो द्विवार्षिक रूप से (वर्ष में दो बार) आयोजित होता है, आसियान का सर्वोच्च नीति-निर्माण निकाय है जिसमें आसियान सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष या सरकार प्रमुख शामिल होते हैं।
आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस (ADMM-Plus )
- ADMM-Plus आसियान में सर्वोच्च रक्षा परामर्शदात्री और सहयोगात्मक तंत्र है।
- ADMM-Plus आसियान सदस्य देशों और उसके आठ संवाद साझेदारों (भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड) के लिए सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने का एक मंच है।
- भारत 1992 में आसियान का वार्ता साझेदार बना और प्रथम ADMM- Plus का आयोजन 2010 में हनोई, वियतनाम में किया गया।
- वर्ष 2017 से, ADMM-Plus मंत्री आसियान और प्लस देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए वार्षिक बैठक कर रहे हैं।