संदर्भ 

हाल ही में, गुजरात सरकार द्वारा किए गए  10वें जंगली गधा जनसंख्या अनुमान (WAPE) के  अनुसार, गुजरात में भारतीय जंगली गधों की आबादी में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।

मुख्य निष्कर्ष

  • 10वें जंगली गधा जनसंख्या अनुमान (WAPE) ने गुजरात में जंगली गधों की आबादी 7,672 होने का अनुमान लगाया है, जो वर्ष 2020 में पिछले अनुमान से 26.14 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।  इस समय इसकी आबादी  6,082 होने का अनुमान लगाया गया था।
  • वर्ष 1976 से जंगली गधों की जनसंख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, उस समय राज्य में इनकी  संख्या केवल 720 थी।
  • नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार, गुजरात के सुरेन्द्रनगर जिले में जंगली गधों की सबसे अधिक संख्या है, जहाँ 2,705 जंगली गधे दर्ज किए गए हैं।  इसके अलावा, कच्छ (1,993), पाटण (1,615), बनासकांठा (710), मोरबी (642) और अहमदाबाद (7) में भी पाए जाते है।
  • इनकी संख्या में यह वृद्धि राज्य द्वारा संचालित प्रभावी संरक्षण  रणनीतियों को रेखांकित करती है।
  • WAPE-2024 में प्रत्यक्ष गणना पद्धति का उपयोग करके 15,510 वर्ग किलोमीटर के व्यापक क्षेत्र को कवर किया  है। इसमें गणना के पारंपरिक तरीकों पर प्रशिक्षण के अलावा, गणनाकर्ताओं ने सटीक गणना के लिए ड्रोन कैमरे और कैमरा ट्रैप जैसे उन्नत तरीकों का भी इस्तेमाल किया।

भारतीय जंगली गधे के बारे में

  • भारतीय जंगली गधे का वैज्ञानिक नाम इक्वस हेमियोनस खुर (Equus Hemionus Khur) है। यह एशियाई जंगली गधे यानी इक्वस हेमियोनस की एक उप-प्रजाति है। 
  • भारतीय जंगली गधे को स्थानीय रूप से ‘घुड़कर’ और ‘खुर’ के नाम से जाना जाता है। इसके सफ़ेद बालों पर सुनहरे क्रीम रंग के गोल धब्बे होते हैं और पीठ पर गहरे भूरे रंग का अयाल  भी होता है।
  • इसे कच्छ के लिटिल रण में जैव विविधता के संरक्षण हेतु एक प्रमुख प्रजाति माना जाता है।
  • पर्यावास: यह खारे मरुस्थल, शुष्क घास के मैदान और खुले झाड़ीदार जंगलों में पाए जाते है।
  • वितरण: जंगली गधा एक समय उत्तर-पश्चिम भारत, पाकिस्तान और मध्य एशिया में पाया जाता था, लेकिन अब यह केवल कच्छ के लिटिल रण और कच्छ के ग्रेट रण में खादिर और त्रागदी द्वीपों (Tragadi Islands) में ही पाया जाता है।
  • भोजन: यह एक शाकाहारी जानवर है तथा  घास, पत्ते, फल, लवणीय वनस्पति और कृषि आधारित  फसलों पर निर्भर है।
  • आईयूसीएन (IUCN) स्थिति: निकट संकटग्रस्त (NT)

संरक्षण: यह वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची I में सूचीबद्ध है।  

  • कच्छ के लिटिल रण में अवस्थित जंगली गधा अभयारण्य, विश्व का  एकमात्र ऐसा स्थान है, जहाँ निकट संकटग्रस्त भारतीय जंगली गधा पाया जाता है। 

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