संदर्भ:
नागालैंड सरकार 1 दिसंबर से 10 दिसंबर 2024 तक किसामा हेरिटेज विलेज, कोहिमा, नागालैंड में 25वाँ हॉर्नबिल महोत्सव आयोजित कर रही है।
हॉर्नबिल महोत्सव
- इसे “त्योहारों का त्योहार” के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह नागालैंड की समृद्ध संस्कृति, जीवनशैली और खान-पान की परंपराओं को दर्शाता है।
- यह नागालैंड की स्वदेशी योद्धा जनजातियों का सबसे बड़ा उत्सव है और आमतौर पर 10 दिनों तक मनाया जाता है।
- इसका आयोजन नागालैंड सरकार द्वारा वर्ष 2000 से किया जा रहा है।
- प्रतिष्ठित हॉर्नबिल पक्षी के नाम पर मनाए जाने वाले इस उत्सव में नागा जनजातियों की संस्कृति, विरासत, भोजन और रीति-रिवाजों को प्रदर्शित किया जाता है तथा इन जनजातियों के लोग रंग बिरंगे नृत्य प्रदर्शनों के साथ अपनी परंपराओं का जश्न मनाने के लिए एकत्रित होते हैं।
- यह वार्षिक कार्यक्रम राज्य की सभी 17 जनजातियों को एक मंच पर लाता है और विश्व भर में उनकी संस्कृति को बढ़ावा देने में सहायता करता है।
ग्रेट हॉर्नबिल
- ग्रेट हॉर्नबिल मुख्य रूप से सदाबहार और नम पर्णपाती वनों, विशेष रूप से हिमालय के तराई क्षेत्र, पूर्वोत्तर भारत और पश्चिमी घाट में, पाया जाता है।
- इसे IUCN द्वारा सुभेद्य (vulnerable) श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है तथा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची I के अंतर्गत संरक्षित किया गया है।
- यह अरुणाचल प्रदेश और केरल का राजकीय पक्षी है।
- नागालैंड का राजकीय पक्षी ब्लिथ्स ट्रैगोपैन है।
- भारत में हॉर्नबिल की 9 प्रजातियाँ पाई जाती हैं, तथा देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में इन प्रजातियों की विविधता सबसे अधिक पाई जाती है।