संदर्भ:

हाल ही में, भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर (IIM B) ने स्मार्ट सिटीज मिशन (SCM) की सार(SAAR)-समीक्षा श्रृंखला के तहत दो अध्ययन पूरे किए, जिनमें शिक्षा और महिला सुरक्षा में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया।

अन्य संबंधित जानकारी:

1. स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता:

  • इसमें 71 शहरों में शिक्षा की गुणवत्ता पर स्मार्ट कक्षाओं के प्रभाव का मूल्यांकन किया गया जहां 2,398 सरकारी स्कूलों में 9,433 स्मार्ट कक्षाएं स्थापित की गईं।
  • 2015-16 से 2023-24 तक समग्र स्कूल नामांकन में 22% की वृद्धि, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों में हुई है।
  • 41 शहरों में 7,809 लोगों की बैठने की क्षमता वाले डिजिटल पुस्तकालयों का विकास , जिससे रायपुर और तुमकुरु जैसे शहरों के छात्रों को काफी लाभ होगा ।
  • शिक्षकों के प्रशिक्षण से स्मार्ट कक्षा सुविधाओं के उपयोग के प्रति उनकी सहजता और प्राथमिकता में सुधार हुआ है तथा अन्य की तुलना में वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षकों में सहजता का स्तर सबसे अधिक दिखा।
  • स्मार्ट समाधानों ने आर्थिक रूप से वंचित समूहों के लिए स्मार्ट शिक्षा तक समावेशी पहुंच को सुगम बना दिया है।

2. शहरी सुरक्षा और वास्तविक समय अपराध ट्रैकिंग:

  • इसमें शहरी सुरक्षा पर निगरानी प्रणालियों के प्रभाव का आकलन किया गया तथा अपराध की रोकथाम, विशेष रूप से महिलाओं के विरुद्ध अपराध पर ध्यान केंद्रित किया गया।
  • 93 स्मार्ट शहरों में 59,802 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और आपातकालीन कॉल बॉक्स लगाए गए हैं।
  • एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केन्द्रों (ICCCs) के माध्यम से वास्तविक समय पर निगरानी से उत्पीड़न, हमले की घटनाओं में कमी आई है तथा महिलाओं के लिए शहरी वातावरण सुरक्षित हुआ है।
  • पुलिस कार्यवाहियों के साथ निगरानी प्रणालियों के एकीकरण से देश भर में साक्ष्य-आधारित पुलिसिंग में सुधार हुआ है।
  • निगरानी उपायों के कार्यान्वयन के बाद नागपुर में समग्र अपराध दर में 14% की गिरावट देखी गई।

SAAR-समीक्षा श्रृंखला के बारे में:

  • SAAR (स्मार्ट सिटीज एंड एकेडमिया टूवर्ड्स एक्शन एंड रिसर्च) को 2022 में जारी किया गया था ताकि नवीन शहरी पहलों के दस्तावेजीकरण और शोध में शिक्षाविदों और सरकारी प्रयासों को जोड़ा जा सके।
  • SAAR के अंतर्गत, स्मार्ट सिटी मिशन ने “समीक्षा श्रृंखला” के भाग के रूप में 50 प्रभाव आकलन अध्ययन शुरू किए।
  • 29 प्रमुख भारतीय संस्थान शामिल हुए, जिनमें 6 आईआईएम, 8 आईआईटी, 3 एसपीए और 12 विशिष्ट अनुसंधान संस्थान शामिल थे।
  • मिशन ने इन संस्थानों के लिए आंकड़े उपलब्ध कराए तथा संस्थान दौरे की व्यवस्था की ताकि उनसे प्राप्त अनुभवों को दस्तावेजित किया जा सके जो भविष्य की शहरी विकास नीतियों का मार्गदर्शन कर सकें।
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