संदर्भ:
जून 2024 तक के आंकड़े बताते हैं कि स्किल इंडिया डिजिटल हब अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में अच्छी प्रगति कर रहा है।
प्रगति के मुख्य अंश
जून 2024 तक, स्किल इंडिया डिजिटल हब (SIDH) ने निम्न में उल्लेखनीय प्रगति की है:
- पंजीकरण: लगभग 88 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है।
- ऐप डाउनलोड: 9.59 लाख मोबाइल ऐप डाउनलोड हुए।
- पाठ्यक्रम नामांकन: 7.63 लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में नामांकन कराया।
- उपलब्ध सामग्री: 752 ऑनलाइन पाठ्यक्रम, जिनसे 7.37 लाख मिनट की डिजिटल सामग्री प्राप्त होगी।
स्किल इंडिया डिजिटल हब का विवरण
- स्किल इंडिया डिजिटल हब को कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा सितंबर 2023 में शुरू किया गया था, जो कौशल विकास के लिए डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- इसका उद्देश्य कौशल संवर्धन के लिए एक व्यापक और सुलभ मंच प्रदान करके भारत के कौशल विकास, शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता परिदृश्य को समन्वित करना है।
उद्देश्य
- स्किल इंडिया डिजिटल हब का प्राथमिक उद्देश्य उद्योग-प्रासंगिक कौशल पाठ्यक्रम, नौकरी के अवसर और उद्यमिता सहायता प्रदान करना है।
- यह दो प्रमुख सरकारी पहलों, स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया के अनुरूप है और नागरिकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु मोबाइल-फर्स्ट दृष्टिकोण पर बनाया गया है।
- स्किल इंडिया डिजिटल हब का उद्देश्य कौशल विकास, शिक्षा, रोजगार और उद्यमशीलता हेतु भारत के डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के रूप में कार्य करना है।
- इस मंच का उद्देश्य एमएसएमई के साथ एकीकरण कर शिक्षार्थियों और रोजगार चाहने वालों के लिए उद्यमिता योजनाओं तक पहुंच बढ़ाना है, जिससे भारत के डिजिटल और कौशल विकास एजेंडे को आगे बढ़ाया जा सके।
प्रमुख विशेषताएं
- प्राथमिकताओं और आकांक्षाओं के आधार पर पाठ्यक्रमों, योजनाओं, प्रशिक्षुता और नौकरी के अवसरों की खोज।
- डिजिटल कौशल के लिए एक शिक्षण प्रबंधन प्रणाली।
- पोर्टेबल सत्यापित संशापत्र।
- उद्यमिता योजनाओं तक पहुंच को सुगम बनाने के लिए एमएसएमई के साथ एकीकरण।
कौशल भारत मिशन
- इसे वर्ष 2015 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य व्यापक कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करना और लागू करना है जो उद्योग की मांगों तथा कौशल आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटने में मदद करेगा और इस प्रकार, देश को बड़े पैमाने पर विकसित करेगा।
डिजिटल इंडिया
- • यह जुलाई 2015 में शुरू किया गया एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य भारत को एक डिजिटल समाज में बदलना है। यह सभी नागरिकों को डिजिटल बुनियादी ढाँचा, सेवाएँ और डिजिटल साक्षरता प्रदान करने पर केंद्रित है।
डिजिटल और ऑनलाइन कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देने हेतु कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय की अन्य पहल
- स्ट्राइव परियोजना: औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) और प्रशिक्षुता में कौशल प्रशिक्षण को बढ़ाने के लिए औद्योगिक मूल्य संवर्धन हेतु कौशल सुदृढ़ीकरण (Skills Strengthening for Industrial Value Enhancement-STRIVE) परियोजना।
- भारतस्किल्स पोर्टल: यह पोर्टल 12 क्षेत्रीय भाषाओं में ई-पुस्तकों, प्रश्न बैंकों और ई-लर्निंग वीडियो तक पहुंच प्रदान करके डिजिटल कौशल विकास की सहायता करता है।
- प्रौद्योगिकी कम्पनियों के साथ साझेदारी: प्रशिक्षण महानिदेशालय (DGT) ने भारतस्किल्स पोर्टल के माध्यम से एआई (AI), बिग डेटा एनालिटिक्स, ब्लॉकचेन और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु आईबीएम, सीआईएससीओ, एडब्ल्यूएस और माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी की है।
- उन्नत डिप्लोमा कार्यक्रम: कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत आईबीएम के सहयोग से, प्रशिक्षण महानिदेशालय 15 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (NSTIs) में आईटी, नेटवर्किंग और क्लाउड कंप्यूटिंग में 2 वर्षीय उन्नत डिप्लोमा (व्यावसायिक) प्रदान करता है।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY): इस कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में कुशल जनशक्ति की तत्काल आवश्यकता को पूरा करना और रोजगार क्षमता बढ़ाकर समावेशी विकास में योगदान देना है।
- राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (NSTIs)
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