संदर्भ: हाल ही में , भारत ने सुरक्षित, विश्वसनीय और नैतिक AI पर राष्ट्रीय हितधारक कार्यशाला की मेजबानी की।

कार्यशाला की मुख्य विशेषताएं

  • संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय कार्यालय ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सहयोग से नई दिल्ली में सुरक्षित, विश्वसनीय और नैतिक AI पर राष्ट्रीय हितधारक कार्यशाला की मेजबानी की। 
  • यह कार्यक्रम भारत द्वारा हाल ही में इंडिया AI मिशन को मंजूरी दिए जाने के बाद आयोजित किया गया, जिसके लिए भारत के AI पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं।
  • कार्यशाला के व्यापक एजेंडे में AI के मूल सिद्धांत, AI के नैतिक आयाम, AI नैतिकता में यूनेस्को की भूमिका और भारत में वर्तमान AI नीति परिदृश्य पर सत्र शामिल थे।

AI क्या है?

कृत्रिम बुद्धिमत्ता, या AI, वह तकनीक है जो कंप्यूटर और मशीनों को मानवीय बुद्धिमत्ता और समस्या-समाधान क्षमताओं का अनुकरण करने में सक्षम बनाती है।

नैतिक A.I क्या है?

नैतिक AI वह कृत्रिम बुद्धिमत्ता है जो मौलिक मूल्यों के बारे में अच्छी तरह से परिभाषित नैतिक दिशानिर्देशों का पालन करती है, जिसमें व्यक्तिगत अधिकार, गोपनीयता, गैर-भेदभाव और पारदर्शिता  जैसे तत्व शामिल हैं।

  • पैनल चर्चा के माध्यम से सुरक्षित और विश्वसनीय AI की अवधारणा, इसके नैतिक निहितार्थ और AI प्रौद्योगिकियों के सामाजिक प्रभाव पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
  • स्वास्थ्य सेवा, वित्तीय सेवाओं और दूरसंचार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के कारण 2025 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद में AI के कारण लगभग 500 बिलियन डॉलर की वृद्धि होने की संभावना है।

• इस दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए, MeitY को भारत AI मिशन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

  • यह मिशन अपने प्रमुख घटकों के माध्यम से सम्पूर्ण देश भर में तकनीकी आत्मनिर्भरता को और अधिक उत्प्रेरित करने के लिए तैयार है, जिसमें इंडिया AI कंप्यूट क्षमता, इंडिया AI इनोवेशन सेंटर (IAIC), इंडियाAI डेटासेट प्लेटफॉर्म, इंडिया AI एप्लिकेशन डेवलपमेंट इनिशिएटिव, इंडिया AI फ्यूचरस्किल्स , इंडियाAI स्टार्टअप फाइनेंसिंग, और सुरक्षित एवं विश्वसनीय AI शामिल हैं।
  • कार्यशाला का उद्देश्य सूचित नीति विकास के लिए एक आधार स्थापित करना था जो देश भर में न्यायसंगत और सतत  AI अपनाने को बढ़ावा दिया जाएगा।

• ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नैतिकता पर सिफारिश’ को नवंबर 2021 में सभी 193 यूनेस्को सदस्य राज्यों द्वारा सर्वसम्मति से अपनाया गया था।

  • यह AI की नैतिकता पर पहला अंतर्राष्ट्रीय मानक निर्धारण साधन है।
  • यह मुख्यतः पारदर्शिता और निष्पक्षता जैसे मौलिक सिद्धांतों पर आधारित है, साथ ही इसका उद्देश्य AI प्रणालियों में जांच बनाए रखने में मानवीय निगरानी की महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित करना है।

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