संदर्भ:
हाल ही में, भारतीय डाक ने सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से बेटियों को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
अन्य संबंधित जानकारी
- अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस (22 सितंबर, 2024) के अवसर पर, पोस्टमास्टर जनरल ने घोषणा की कि पूरे उत्तर गुजरात क्षेत्र के डाकघरों में 4.50 लाख से अधिक सुकन्या समृद्धि खाते (Sukanya Samriddhi accounts-SSA) खोले गए हैं।
- वर्ष 2007 से प्रत्येक वर्ष सितंबर के चौथे रविवार को अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस पारंपरिक रूप से मनाया जाता है।
- 487 गांवों को पूर्ण “सुकन्या समृद्धि ग्राम” के रूप में नामित किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पात्र बेटियों को इस सशक्त योजना का लाभ मिले।
सुकन्या समृद्धि खाता योजना के विवरण
- भारत में युवतियों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से इसे जनवरी 2015 में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पहल के एक भाग के रूप में शुरू किया गया था।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कि योजना का लाभ सूदूर क्षेत्रों तक पहुंचे, जून 2019 में “सम्पूर्ण सुकन्या ग्राम अभियान” शुरू किया गया।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- यह योजना माता-पिता को अपनी बेटी की भविष्य की शिक्षा और विवाह के खर्च के लिए एक कोष बनाने हेतु प्रोत्साहित करती है।
- इसका संचालन सभी डाकघरों, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की शाखाओं और तीन निजी क्षेत्र के बैंकों अर्थात एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के माध्यम से किया जाता है।
- बालिका के जन्म के तुरंत बाद से लेकर उसके 10 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक उनके अभिभावक सुकन्या समृद्धि खाता खोल सकते हैं।
- एक परिवार द्वारा केवल दो सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा सकते हैं, अर्थात प्रत्येक बालिका के लिए एक (जुड़वां/तीन बच्चों के मामले में अधिक)।
- बालिका के माता-पिता या अभिभावक न्यूनतम 250 रुपये जमा कर सकते हैं और खाते में प्रतिवर्ष अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा किए जा सकेंगे।
योजना के लाभ
- खाते को भारत में कहीं भी एक डाकघर या बैंक से दूसरे डाकघर या बैंक में स्थानांतरित किया जा सकता है।
- यह योजना वर्तमान में 8.20% की आकर्षक ब्याज दर और धारा 80सी के अंतर्गत कर छूट प्रदान करती है, जिससे यह परिवारों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प बन जाता है।
- यदि खाता बंद नहीं किया गया है तो परिपक्वता के बाद भी ब्याज भुगतान किया जाएगा।
- जब लड़की की आयु 18 वर्ष हो जाए तो शिक्षा के उद्देश्य से धनराशि का आंशिक भाग निकाला जा सकता है, जबकि पूरी धनराशि उसके 21 वर्ष की आयु होने पर निकाली जा सकती है।
- यह संरचना शैक्षिक व्यय के लिए लचीलापन प्रदान करते हुए दीर्घकालिक बचत को प्रोत्साहित करती है।
- वित्तीय लाभों के अलावा, यह योजना परिवारों को अपनी बेटियों की शिक्षा और भविष्य की संभावनाओं में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करके लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।