संदर्भ:
हाल ही में पशुपालन और मत्स्यपालन मंत्रालय ने सिक्किम के सोरेंग जिले में देश का पहला जैविक मत्स्यपालन क्लस्टर काशुभारंभ किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्री ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत 50 करोड़ रुपये की लागत वाली 50 प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया जिसमें अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम को छोड़कर सभी पूर्वोत्तर राज्य शामिल हैं।
- जनवरी 2016 में, सिक्किम भारत का पहला “100 प्रतिशत जैविक” राज्य बन गया था।
परियोजना के बारे में:
इस परियोजना का उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूक वैश्विक बाजारों में एंटीबायोटिक, रसायन और कीटनाशक मुक्त जैविक मछली बेचना है।
यह न्यूनतम पर्यावरणीय प्रदूषण सुनिश्चित करता है तथा जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को होने वाली क्षति से बचाव होता है, जिससे टिकाऊ मत्स्य उत्पादन व्यवस्था में योगदान मिलता है।
सिक्किम में मत्स्य पालन और जलीय कृषि जैविक क्लस्टर विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा ।
- इसमें मछुआरों की सहकारी समितियों को शामिल करना और राज्य में मत्स्य-आधारित कृषक उत्पादक संगठन (FFPOs) की स्थापना करना शामिल होगा।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) :
- वर्ष 2020 में शुरू की गई PMMSY मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तत्वावधान में मत्स्य पालन क्षेत्र और मछुआरों के कल्याण के लिए एक परिवर्तनकारी योजना है।
- इसका उद्देश्य मत्स्य उत्पादन और उत्पादकता, गुणवत्ता, मत्स्यन संग्रहण के बाद बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन में महत्वपूर्ण अंतराल को दूर करना और मूल्य श्रृंखला को मजबूत करना है।
- इस योजना में मत्स्य पालन क्लस्टर बनाने के लिए “क्लस्टर या क्षेत्र-आधारित दृष्टिकोण” अपनाया गया।
- PMMSY को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वित्त वर्ष 2020-21 से वित्त वर्ष 2024-25 तक 5 वर्षों की अवधि के लिए कार्यान्वित किया जा रहा है।
मत्स्य पालन और जलीयकृषि क्षेत्र :
- यह भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा लगभग 3 करोड़ मछुआरों और मत्स्य किसानों को आजीविका प्रदान करता है।
- भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मत्स्य उत्पादक है जो वैश्विक उत्पादन में 8% का योगदान देता है तथा जलीय कृषि उत्पादन में दूसरे स्थान पर है।
- भारत झींगा उत्पादन और निर्यात में अग्रणी है तथा प्रग्रहण मत्स्यन (कैप्चर फिशरीज- प्राकृतिक संसाधनों जैसे तालाबों, समुद्रों और नदियों के मुहाने से मछलियों को पकड़ना) में तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।