संदर्भ:
हाल ही में, रस्किन बॉन्ड को साहित्य अकादमी फेलोशिप से सम्मानित किया गया है।
विवरण
- रस्किन बॉन्ड को सितंबर 2021 में अकादमी के सर्वोच्च सम्मान हेतु नामित किया गया था।
- लेकिन उनके खराब स्वास्थ्य के कारण साहित्य अकादमी के अध्यक्ष और सचिव ने हाल ही में मसूरी स्थित उनके घर पर उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया।
साहित्य अकादमी
- 12 मार्च, 1954 को भारत सरकार द्वारा इसकी औपचारिक शुरुआत की गई थी।
- अकादमी एक स्वायत्त संगठन के रूप में कार्य करती है।
- इसे सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत 7 जनवरी, 1956 को एक सोसायटी के रूप में पंजीकृत किया गया था।
- भारत के संविधान में शामिल 22 भाषाओं के अलावा, साहित्य अकादमी ने अंग्रेजी और राजस्थानी को भी मान्यता दी है।
- यह अकादमी साहित्यिक कार्यों के लिए प्रतिवर्ष 24 पुरस्कार देती है।
साहित्य अकादमी फेलोशिप
- यह साहित्य अकादमी द्वारा किसी लेखक को अपना फेलो चुनकर दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
- यह सम्मान ‘साहित्य के अमर लेखकों’ के लिए आरक्षित है और किसी एक समय में केवल इक्कीस लेखकों को ही दी जाती है।
- पहली साहित्य अकादमी फेलोशिप वर्ष 1968 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन (1888-1975) को दी गई थी।
रस्किन बॉन्ड का परिचय
- रस्किन बॉन्ड का जन्म 19 मई, 1934 को हिमाचल प्रदेश के कसौली में हुआ था और वे 50 वर्षों से अधिक समय से लेखन की दुनिया में सक्रिय हैं तथा वे ब्रिटिश मूल के एक प्रख्यात समकालीन भारतीय लेखक हैं।
- उनकी रचनाओं में कथा-साहित्य (लघु-कथा संग्रह), गैर-काल्पनिक कथा-साहित्य, उपन्यास, आत्मकथात्मक रचनाएँ, निबंध और कहानियाँ शामिल हैं।
- अब तक उन्होंने तीन सौ से अधिक लघु कथाएँ, निबंध और उपन्यास, तीस से अधिक बच्चों की पुस्तकें और दो आत्मकथात्मक खंड लिखे हैं।
- उल्लेखनीय कृतियाँ: बैगरेंट्स इन द वैली, वन्स अपॉन ए मॉनसून टाइम, एंग्री रिवर, स्ट्रेंजर्स इन द’ नाइट, ऑल रोड लीड्स टू गंगा, टेल्स ऑफ फॉस्टरगंज, लीपर्ड ऑन द’ माउंटेन, टू मच ट्रबल, द’ नाइट ट्रेन एट देवली, टाइम स्टॉप्स एट शामली और आवर ट्री स्टील ग्रो इन देहरा।
रस्किन बॉन्ड की उपलब्धियां:
- जॉन लेवेलिन राइज़ पुरस्कार -1957
- साहित्य अकादमी पुरस्कार – 1992
- पद्म श्री – 1999
- लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड – 2012
- साहित्य अकादमी का बाल साहित्य पुरस्कार – 2012
- पद्म भूषण – 2014