संदर्भ:

शिक्षा मंत्रालय ‘साक्षरता’ और ‘पूर्ण साक्षरता’ को परिभाषित करता है।

अन्य संबंधित जानकारी

शिक्षा मंत्रालय (MoE) ने न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम (NILP) के तहत वयस्क साक्षरता के लिए नए सिरे से किए जा रहे प्रयासों के मद्देनजर ‘साक्षरता’ को परिभाषित किया है और बताया है कि ‘पूर्ण साक्षरता’ प्राप्त करने का क्या अर्थ है।

  • साक्षरता को पढ़ने, लिखने और समझ के साथ गणना करने की क्षमता, तथा डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता आदि जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशलों के साथ-साथ पहचान करने, समझने, व्याख्या करने और सृजन करने की क्षमता के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
  • राज्य/केंद्रशासित प्रदेश में 95% साक्षरता पर पूर्ण साक्षरता (100% साक्षरता के बराबर मानी जाएगी) हासिल की जाएगी जिसे पूर्ण साक्षर होने के समतुल्य माना जा सकता है।
  • उपर्युक्त परिभाषा के अनुसार, NILP के अंतर्गत एक निरक्षर व्यक्ति को तब साक्षर माना जा सकता है, जब उसे मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक मूल्यांकन परीक्षा (फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी असेसमेंट टेस्ट / FLNAT) उत्तीर्ण करने के बाद साक्षर घोषित किया गया हो।
  • 2024 में, केवल 29,52,385 (कुल उपस्थित उम्मीदवारों का 85.27%) को ही FLNAT परीक्षा में साक्षर के रूप में प्रमाणित किया गया है।

न्यू इंडिया साक्षरता कार्यक्रम (NILP)

  • यह शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केन्द्र प्रायोजित योजना है।
  • NLIP को वित्त वर्ष 2022-23 से 2026-27 तक पांच वर्षों के दौरान कार्यान्वयन के लिए लॉन्च किया गया था।
  • इस योजना का लक्ष्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के 5 करोड़ निरक्षर व्यक्तियों तक पहुँच कायम करना है।
  • 15 वर्ष से अधिक आयु के सभी निरक्षर व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

इस योजना के पांच घटक हैं:

(i) मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता

(ii) महत्वपूर्ण जीवन कौशल

(iii) व्यावसायिक कौशल विकास

(iv) मूलभूल शिक्षा और

(v) शिक्षा को जारी रखना।

  • अशिक्षित व्यक्ति मोबाइल ऐप के माध्यम से किसी भी स्थान से पंजीकरण कराकर योजना का लाभ उठा सकते हैं।
  • यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप है।
  • यह योजना प्रौद्योगिकी पर आधारित है और मुख्यतः ऑनलाइन माध्यम से क्रियान्वित की गई है।

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