ADMM-प्लस विशेषज्ञ कार्य समूह (EWG) की बैठक
संदर्भ:
आतंकवाद-विरोध पर ASEAN रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (ADMM-प्लस) विशेषज्ञ कार्य समूह (EWG) की 14 वीं बैठक नई दिल्ली में आयोजित होने वाली है।
अन्य संबंधित जानकारी
- भारत (पहली बार) और मलेशिया ADMM-प्लस विशेषज्ञ कार्य समूह की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।
- इस बैठक में 10 ASEAN सदस्यों और आठ वार्ता साझेदारों के साथ तिमोर लेस्ते और ASEAN सचिवालय के प्रतिनिधिमंडल भाग लेंगे।
- 2024-2027 तक चलने वाले चक्र के लिए आतंकवाद-रोधी विशेषज्ञ कार्य समूह (EWG) के लिए नियोजित गतिविधियों की पहली बैठक होगी ।
- इस बैठक का उद्देश्य ASEAN और उसके वार्ता साझेदारों के रक्षा बलों के जमीनी अनुभव को साझा करना है।
दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (ASEAN)
इसकी स्थापना 1967 में संस्थापक सदस्यों – इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड – द्वारा ASEAN घोषणापत्र (बैंकॉक घोषणापत्र) पर हस्ताक्षर करने के बाद की गई थी।
ASEAN के वर्तमान सदस्य (10): ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम।
- ASEAN ने तिमोर-लेस्ते को अपने 11 वें सदस्य के रूप में स्वीकार करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की है।
ASEAN रक्षा मंत्रियों की बैठक (ADMM-प्लस)
- ADMM ASEAN में सर्वोच्च रक्षा परामर्शदात्री एवं सहयोगात्मक तंत्र है।
- ADMM-प्लस ASEAN सदस्य देशों और उसके आठ संवाद साझेदारों (भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड) के लिए सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने का एक मंच है।
- भारत 1992 में ASEAN का वार्ता साझेदार बना और प्रथम ADMM-प्लस का आयोजन 2010 में हनोई, वियतनाम में किया गया।
- वर्ष 2017 से, ASEAN और प्लस देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ADMM-प्लस मंत्रियों की वार्षिक बैठक होती रही है।
महामारी की तैयारी पर QUAD कार्यशाला
संदर्भ:
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने नई दिल्ली में हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए महामारी की तैयारी पर क्वाड (QUAD) कार्यशाला का उद्घाटन किया।
अन्य संबंधित जानकारी
यह तीन दिवसीय कार्यशाला भारत की अध्यक्षता में विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई थी।
कार्यशाला का उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य आपातकालीन ढांचे को मजबूत करना, स्वास्थ्य खतरों के प्रति तैयारी और लचीलापन बढ़ाना तथा उभरती महामारियों के प्रति समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।
कार्यशाला में हिंद-प्रशांत क्षेत्र के 15 देशों और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
- कंबोडिया, फिजी, इंडोनेशिया, केन्या, किरिबाती, मेडागास्कर, मालदीव, मोजाम्बिक, पलाऊ, फिलीपींस, श्रीलंका, तंजानिया, थाईलैंड, टोंगा और तुवालु।
यह कार्यशाला सितंबर 2024 में आयोजित छठे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन का प्रत्यक्ष परिणाम है।
महामारी की तैयारी में भारत का योगदान
- भारत ने महामारी कोष की स्थापना के लिए 10 मिलियन अमरीकी डालर का योगदान दिया है, जिसे विशेष रूप से महामारियों से लड़ने के लिए संकल्पित किया गया था।
- भारत ने महामारी कोष के सतत संचालन हेतु अतिरिक्त 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने का संकल्प लिया है।
चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (QUAD)
- चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (QSD), जिसे आमतौर पर क्वाड के नाम से जाना जाता है, एक अनौपचारिक रणनीतिक मंच है।
- इसे 2007 में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा औपचारिक रूप दिया गया था।
- क्वाड में चार देश संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं।
- इसका प्राथमिक लक्ष्य एक स्वतंत्र, खुले, समृद्ध और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देना है।
विशेष ओलंपिक विश्व शीतकालीन खेल 2025
संदर्भ:
भारत के प्रधानमंत्री ने विशेष ओलंपिक विश्व शीतकालीन खेल 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए भारतीय दल को बधाई दी।
अन्य संबंधित जानकारी
ट्यूरिन (इटली) ने विश्व शीतकालीन खेल 2025 की मेजबानी की। यह पहली बार था जब इटली ने इन खेलों की मेजबानी की।
भारत ने कभी इन खेलों की मेजबानी नहीं की है।
भारतीय दल ने 8 स्वर्ण, 18 रजत और 7 कांस्य पदक सहित कुल 33 पदक जीते।
30 एथलीटों और 19 सहायक कर्मचारियों वाले दल ने छह शीतकालीन खेल विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
विशेष खेलों में निम्नलिखित आठ खेल आयोजित किये गये:
- अल्पाइन स्कीइंग
- क्रॉस कंट्री स्कीइंग
- डांस स्पोर्ट
- फिगर स्केटिंग
- फ्लोरबॉल
- शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग
- स्नोबोर्डिंग
- स्नोशूइंग
युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने पदक विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार में वृद्धि की घोषणा की है:
- स्वर्ण पदक विजेता को 20 लाख रुपये,
- रजत पदक विजेता को 14 लाख रुपये, तथा
- कांस्य पदक विजेताओं को 8 लाख रुपये।
पहला विशेष ओलंपिक अंतर्राष्ट्रीय खेल 1968 में शिकागो, अमेरिका में आयोजित किया गया था।
भारत का पहला PPP हरित अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र
संदर्भ:
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के अंतर्गत इंदौर में भारत का पहला सार्वजनिक-निजी भागीदारी (Public-Private Partnership – PPP) मॉडल आधारित हरित अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र शुरू किया जा रहा है।
अन्य संबंधित जानकारी
- इस प्रसंस्करण संयंत्र का उद्देश्य हरित अपशिष्ट को मूल्यवान संसाधनों में परिवर्तित करके शहर की अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।
- एस्ट्रोनॉमिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने इस अपशिष्ट के प्रसंस्करण के लिए IMC के साथ साझेदारी की है।
- यह सुविधा न केवल हरित अपशिष्ट का प्रसंस्करण करेगी, बल्कि राजस्व भी उत्पन्न करेगी। इंदौर नगर निगम (IMC) लकड़ी और शाखाओं की आपूर्ति के लिए प्रति टन लगभग 3,000 रुपये रॉयल्टी अर्जित करेगा।
- यह प्लांट बिचोली हप्सी (इंदौर) में 55,000 वर्ग फीट भूमि पर बनाया गया है। यह लकड़ी और शाखाओं को पुनर्चक्रण करके लकड़ी की पट्टियां बनाएगा, जो कोयले के विकल्प के रूप में काम करेगा और ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देगा।
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी
- भारत के प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक स्वच्छ भारत प्राप्त करने के लिए एक जन आंदोलन के रूप में 2014 में स्वच्छ भारत मिशन (SBM) का शुभारंभ किया था ।
भारत नवाचार शिखर सम्मेलन – क्षय रोग को समाप्त करने के लिए अग्रणी समाधान
संदर्भ :
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने नई दिल्ली में भारत नवाचार शिखर सम्मेलन – क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन के लिए अग्रणी समाधान का उद्घाटन किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- शिखर सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग-भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (DHR-ICMR) और केंद्रीय क्षय रोग प्रभाग (CTD), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।
- शिखर सम्मेलन का उद्देश्य 2025 तक क्षय रोग उन्मूलन की दिशा में भारत की प्रगति में गति लाना है।
क्षय रोग
- क्षय रोग एक संक्रामक रोग है जो बैक्टीरिया (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस) के कारण होता है, जो तब प्रसारित होता है जब क्षय रोग से पीड़ित लोग बैक्टीरिया को हवा में छोड़ देते हैं।
- क्षय रोग पीड़ित व्यक्ति के खांसने, छींकने या थूकने से हवा के माध्यम से प्रसारित होता है।
- क्षय रोग एचआईवी से पीड़ित लोगों की मृत्यु का प्रमुख कारण है और रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) में भी प्रमुख योगदानकर्ता है।
क्षय रोग के प्रमुख आंकड़े
- डब्ल्यूएचओ की वैश्विक क्षय रोग रिपोर्ट 2024 के अनुसार, भारत में क्षय रोग की वृद्धि दर 2015 में 237 प्रति लाख जनसंख्या से 17.7% घटकर 2023 में 195 प्रति लाख जनसंख्या हो गई है।
- क्षय रोग से होने वाली मृत्यु 2015 में 28 प्रति लाख जनसंख्या से 21.4% कम होकर 2023 में 22 प्रति लाख जनसंख्या हो गई हैं।
- भारत में क्षय रोग उपचार कवरेज पिछले आठ वर्षों में 32% बढ़ी है, 2015 में यह 53% थी, जो 2023 में 85% तक पहुंच गई है।