अंतर्राष्ट्रीय हिमनद संरक्षण वर्ष

संदर्भ: 

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय हिमनद संरक्षण वर्ष घोषित किया।

अन्य संबंधित जानकारी

  • दिसंबर 2022 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2025 को अंतर्राष्ट्रीय हिमनद संरक्षण वर्ष घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया।  
  • इस घोषणा के साथ ही वर्ष 2025 से प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व हिमनद (ग्लेशियर) दिवस के रूप में मनाने की घोषणा भी की गई। 
  • इस घोषणापत्र का उद्देश्य जल चक्र और जलवायु प्रणाली में हिमनदों, बर्फ और हिम की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है। 
  • विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO), यूनेस्को के सहयोग से, अंतर्राष्ट्रीय हिमनद संरक्षण वर्ष 2025 (IYGP 2025 ) के लिए प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है।
  • अंतर्राष्ट्रीय हिमनद संरक्षण वर्ष, यूनेस्को अंतर-सरकारी जलविज्ञान कार्यक्रम (IHP) और विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की 2024-2027 रणनीतिक योजना के प्राथमिकताओं के अनुरूप है।  

वर्ल्ड मॉन्यूमेंट वॉच 2025

संदर्भ: 

हाल ही में, वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स वॉच (WMW) ने मूसी नदी के किनारे स्थित ऐतिहासिक इमारतों (हैदराबाद) और भुज ऐतिहासिक जल प्रणालियों (गुजरात) को वर्ल्ड मॉन्यूमेंट वॉच 2025 की सूची में शामिल किया है।   

अन्य संबंधित जानकारी   

  • WMW ने 29 देशों के 25 स्थलों को चयनित किया है जो संरक्षण से जुड़ी तात्कालिक चुनौतियों और उपयुक्त अवसरों का सामना कर रहे हैं।     
  • इन 25 स्थलों में से दो स्थल भारत से हैं: 

1. मूसी नदी के किनारे स्थित ऐतिहासिक इमारतें 

  • हैदराबाद का मूसी नदी गलियारा, जो ऐतिहासिक दृष्टि से समृद्ध है, वर्तमान में प्रदूषण जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। 
  • मूसी नदी अनंतगिरी पहाड़ियों से निकलकर उस्मानसागर और हिमायतसागर जलाशयों में प्रवाहित होती है।   
  • 240 किलोमीटर लंबी यह नदी, कृष्णा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है।  

2. भुज ऐतिहासिक जल प्रणालियाँ

  • अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के कारण इन ऐतिहासिक वर्षा जल संग्रहण प्रणालियों का उपयोग धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। 
  • 16वीं शताब्दी में राव खेंगारजी (जाडेजा राजपूत वंश) के शासनकाल के दौरान निर्मित हमीरसर कृत्रिम झील (भुज) इस ऐतिहासिक जल प्रणाली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।  
  • वर्षा जल संग्रहण और भूजल पुनर्भरण के लिए कुशलतापूर्वक डिजाइन की गई भुज की अंतर्सम्बद्ध हाइड्रोलिक अवसंरचना ने पीढ़ियों से शहर की समृद्धि को बनाए रखा है।

वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स वॉच (WMW)

  • इसकी स्थापना 1996 में वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) के तहत की गई थी, जो हर दो साल में संरक्षण हेतु तात्कालिक चुनौतियों और अवसरों का सामना कर रहे स्थलों की घोषणा करता है।         
  • वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF), जिसे पहले इंटरनेशनल फंड फॉर मॉन्यूमेंट्स (IFM) कहा जाता था, की स्थापना 1965 में कर्नल जेम्स ए. ग्रे द्वारा की गई थी।    
  • इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में है।      

खो-खो विश्व कप 2025

संदर्भ: 

भारत खो-खो विश्व कप 2025 में पुरुष और महिला दोनों स्पर्धाओं में उद्घाटन चैंपियन के रूप में उभरा।

खो-खो विश्व कप 2025 के बारे में:

  • आयोजन स्थल: इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम, नई दिल्ली, भारत (प्रथम खो-खो विश्व कप)
  • आयोजक: भारतीय खो-खो महासंघ (KKFI) और अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ (IKKF) तथा भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के समर्थन से। 

शुभंकर:  

  • तेजस (पुरुष टीम): नीला गजेल (प्रतिभा और ऊर्जा का प्रतीक)
  • तारा (महिला टीम): नारंगी गजेल (मार्गदर्शन और आकांक्षा का प्रतीक)      

विजेता और उपविजेता:   

  • पुरुष वर्ग: विजेता भारत (54-36); उपविजेता नेपाल।
  • महिला वर्ग: विजेता भारत (78-40); उपविजेता नेपाल। 

नाइजीरिया ब्रिक्स में भागीदार देश के रूप में शामिल हुआ

संदर्भ:

हाल ही में, ब्राजील (वर्तमान ब्रिक्स समूह अध्यक्ष) ने नाइजीरिया को ब्रिक्स समूह का नौवां “भागीदार देश” घोषित किया।  

अन्य संबंधित जानकारी 

  • ब्रिक्स के अन्य भागीदार देश बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा, कजाकिस्तान, मलेशिया, थाईलैंड, युगांडा और उज्बेकिस्तान हैं।
  • नाइजीरिया अफ्रीका का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है और विश्व का छठा सबसे बड़ा देश है। यह अफ्रीका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।

ब्रिक्स(BRICS) 

  • ” BRIC ” (ब्राजील, रूस, भारत, चीन) शब्द का प्रयोग पहली बार गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्री जिम ओ’नील ने 2001 में किया था।   
  • BRIC की औपचारिक स्थापना 2009 में हुई थी। 
  • पहला आधिकारिक BRIC (ब्राजील, रूस, भारत और चीन) शिखर सम्मेलन 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग  में आयोजित किया गया था और दक्षिण अफ्रीका 2010 में इस समूह में शामिल हुआ। 
  • दक्षिण अफ्रीका में 2023 के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में, ब्रिक्स ने 6 देशों –  सऊदी अरब, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, इथियोपिया और अर्जेंटीना (जो बाद में संगठन में शामिल न होने की घोषणा की) को नए सदस्य देशों के रूप में शामिल करने की घोषणा की।  
  • सऊदी अरब ने अभी तक ब्रिक्स को अपनी औपचारिक स्वीकृति के बारे में निर्णय नहीं बताया है।

NDRF का 20वां स्थापना दिवस

संदर्भ: 

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने 19 जनवरी को अपना 20वां स्थापना दिवस मनाया।   

अन्य संबंधित जानकारी  

  • केंद्रीय गृह मंत्री ने विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ किया जिनमें राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM)  का साउथ कैंपस, NDRF की 10वीं बटालियन और सुपौल कैंपस में क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र शामिल हैं।  
  • गृह मंत्री ने हैदराबाद में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में नई ‘एकीकृत शूटिंग रेंज’ की आधारशिला भी रखी और तिरुपति में क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भवन का उद्घाटन किया।      

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) 

  • NDRF की स्थापना 2006 में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत 8 बटालियनों (जो अब 16 हो गई हैं) के साथ की गई थी। 
  • वर्तमान में, NDRF में 16 बटालियनें शामिल हैं, जो केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) से ली गई हैं, जैसे सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), सशस्त्र सीमा बल (SSB) और असम राइफल्स। 
  • सभी 16 इकाइयाँ किसी भी प्रकार की प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित और प्रशिक्षित हैं।       

विश्व की पहली रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी

संदर्भ: 

हाल ही में, भारत ने 286 किलोमीटर की दूरी से पहली बार रोबोटिक टेली सर्जरी सफलतापूर्वक की। 

अन्य संबंधित जानकारी

  • भारत के स्वदेशी सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम, SSI मंत्रा, ने टेली सर्जरी के माध्यम से दो रोबोटिक कार्डियक सर्जरी सफलतापूर्वक की। 
  • यह सर्जिकल-रोबोटिक सिस्टम, जिसे SSI मंत्रा कहा जाता है, एक चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनी SSI लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है और भारत में यह इस तरह का पहला सिस्टम है। 
  • गुड़गांव से जयपुर में सर्जरी की गई, जिसमें उन्नत SSI मंत्रा 3 सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम का उपयोग किया गया और यह मात्र 40 मिलीसेकंड की कम लैटेंसी के साथ संचालित हुआ।

टेली सर्जरी या रिमोट सर्जरी 

• यह एक उन्नत सर्जिकल उपकरण है, जो रोबोटिक प्रौद्योगिकी और वायरलेस नेटवर्किंग का उपयोग करता है ताकि भौगोलिक दृष्टि से दूर स्थित मरीजों और सर्जनों को जोड़ा जा सके। 

• यह प्रौद्योगिकी भारत में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा वर्ग B और वर्ग C सर्जिकल उपकरणों के तहत अनुमोदित की गई है।      

  • वर्ग B: मध्यम व्यक्तिगत जोखिम और/या सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए कम जोखिम। अधिसूचित निकाय द्वारा अनुरूपता मूल्यांकन की आवश्यकता होती है। 
  • वर्ग C: उच्च व्यक्तिगत जोखिम और/या सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए मध्यम जोखिम। अधिसूचित निकाय द्वारा अनुरूपता मूल्यांकन की आवश्यकता होती है।  
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