संदर्भ:

हाल ही में, कजाकिस्तान की अध्यक्षता में शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation-SCO) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद का 24 वाँ शिखर सम्मेलन अस्ताना में आयोजित किया गया। 

शिखर सम्मेलन के मुख्य अंश

  • शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों ने अस्ताना घोषणा को अपनाया और ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, वित्त और सूचना सुरक्षा पर बल देने वाले 25 रणनीतिक दस्तावेजों को मंजूरी दी।
  • शंघाई सहयोग संगठन सदस्य देशों ने कजाकिस्तान द्वारा प्रस्तावित ‘न्यायपूर्ण शांति, सद्भाव और विकास के लिए विश्व एकता’ (On World Unity for a Just Peace, Harmony and Development) पहल का समर्थन किया।  
  • शंघाई सहयोग संगठन के सदस्यों देशों ने वर्ष 2035 तक शंघाई सहयोग संगठन विकास रणनीति को भी अपनाया, जिसमें बेलारूस के एससीओ में 10वें सदस्य के रूप में शामिल होने के मद्देनजर सामूहिक योगदान की रूपरेखा तैयार की गई।
  • अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों में वर्ष 2025-2027 के लिए आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से निपटने के लिए सहयोग कार्यक्रम, वर्ष 2024-2029 के लिए मादक पदार्थ विरोधी रणनीति और इसके अनुरूप कार्यक्रम शामिल थे।
  • इस शिखर सम्मेलन में वर्ष 2030 तक आर्थिक विकास रणनीति की कार्य योजना को भी मंजूरी दी गई।
  • अगले कार्यकाल के लिए शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता (प्रेसिडेंसी) चीन ग्रहण करेगा और क़िंगदाओ को वर्ष 2024-2025 के लिए शंघाई सहयोग संगठन की पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी घोषित किया जाएगा।
  • कजाकिस्तान ने शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता भारत से ग्रहण की थी, क्योंकि पिछले वर्ष शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता भारत के पास थी।

अस्ताना घोषणा के विवरण

  • अस्ताना घोषणा के अनुसार, सदस्य देशों ने वैश्विक शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने में शंघाई सहयोग संगठन की भूमिका पर बल दिया।
  • सदस्य देशों ने एक नई लोकतांत्रिक, समतापूर्ण अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था को आकार देने में संगठन के योगदान को रेखांकित किया।  
  • घोषणापत्र में वैश्विक समुदाय को भी इस पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया।

शंघाई सहयोग संगठन के बारे में 

  • इस संगठन का गठन 15 जून, 2001 को शंघाई में छह संस्थापक देशों (कजाकिस्तान, चीन, किर्गिज गणराज्य, रूस, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान) द्वारा किया गया था। 
  • शंघाई सहयोग संगठन में अब संस्थापक सदस्यों के अलावा भारत (2017), ईरान (2023), पाकिस्तान (2017) और बेलारूस (2024) सहित कुल दस सदस्य हो गए हैं।  
  • शंघाई सहयोग संगठन में विश्व की 40% जनसंख्या का प्रतिनिधित्व है तथा इसके सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 23 ट्रिलियन डॉलर का योगदान करते हैं।
  • शंघाई सहयोग संगठन के निम्न दो स्थायी निकाय हैं:
  1. बीजिंग में एससीओ सचिवालय।
  2. ताशकंद में क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना (Regional Anti-Terrorist Structure-RATS) की कार्यकारी समिति।
  • शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता सदस्य देशों के बीच एक वर्ष के लिए चक्रानुक्रम में बदलती रहती है।
  • शंघाई सहयोग संगठन की आधिकारिक भाषाएँ रूसी और चीनी हैं।

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