संदर्भ:
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) भारत में वैश्विक नौवहन उपग्रह प्रणाली आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली की शुरुआत करेगा।
अन्य संबंधित जानकारी
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रवर्तित कंपनी इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कम्पनी लिमिटेड (IHMCL) ने भारत में वैश्विक नौवहन उपग्रह प्रणाली (Global Navigation Satellite System) आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली विकसित करने और लागू करने के लिए नवोन्मेषी और योग्य कंपनियों से वैश्विक रुचि की अभिव्यक्ति (EOI) आमंत्रित की है।
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मौजूदा फास्टैग इकोसिस्टम के भीतर वैश्विक नौवहन उपग्रह प्रणाली आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली शुरू करेगा। यह शुरू में एक हाइब्रिड मॉडल का उपयोग करेगा जिसमें आरएफआईडी-आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह और वैश्विक नौवहन उपग्रह प्रणाली आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह एक साथ काम करेंगे।
- रुचि की अभिव्यक्ति का उद्देश्य अनुभवी और सक्षम कंपनियों की पहचान करना है जो एक मजबूत, आरोह्य (scalable) और कुशल टोल चार्जर सॉफ्टवेयर प्रदान कर सकें, जो कार्यान्वयन हेतु मुख्य हिस्सा के रूप में काम करेगा।
जीएनएसएस-आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली
- यह इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह की एक बाधा-मुक्त विधि है, जिसमें सड़क उपयोगकर्ताओं से टोल वाले राजमार्ग खंड पर उनके द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर शुल्क लिया जाता है।
- यह प्रणाली वाहनों की गतिविधियों पर नज़र रखने तथा टोल वाले राजमार्गों पर तय की गई दूरी के आधार पर टोल की गणना करने के लिए उपग्रह या उपग्रहों के समूह का उपयोग करती है।
- इन लेनों में वैश्विक नौवहन उपग्रह प्रणाली में वाहनों की पहचान के लिए उन्नत रीडर लगे होंगे तथा वैश्विक नौवहन उपग्रह प्रणाली लेनों में प्रवेश करने वाले गैर जीएनएसएस वाहनों से अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत वर्ष 1988 में संसद के एक अधिनियम द्वारा गठित किया गया था। लेकिन यह प्राधिकरण फरवरी, 1995 में चालू हुआ।
- इसका उद्देश्य भारत सरकार द्वारा इसे सौंपे गए राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास, रखरखाव और प्रबंधन करना है।
- मुख्यालय: नई दिल्ली
इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कम्पनी लिमिटेड
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने अपने रियायतग्राहियों और वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर वर्ष 2012 में कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कम्पनी लिमिटेड (IHMCL) को शामिल किया।
- इसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा अपने रियायतग्राहियों और वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग और अन्य संबद्ध कार्यों को पूरा करने के लिए शामिल किया गया था।
हितधारकों का शेयरधारिता स्वरूप निम्न हैः
- NHAI – 41.38%
- रियायतग्राहियों – 33.81%
- वित्तीय संस्थान – 24.81%
मुख्यालय: नई दिल्ली
जीएनएसएस-आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली का महत्व
- यह राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्बाध और बाधा-मुक्त टोलिंग की सुविधा प्रदान करता है।
- इससे टोल चोरी को रोककर और नुकसान को कम करके टोल संग्रहण दक्षता में वृद्धि होगी।
- दूरी आधारित टोल प्रणाली, जिसमें उपयोगकर्ता केवल राष्ट्रीय राजमार्ग पर तय की गई दूरी के लिए ही भुगतान करेंगे, यात्रियों के लिए लाभदायक होगी।
- इसका उद्देश्य राजमार्गों पर भौतिक टोल बूथों को समाप्त करना है, जिससे यात्रा सुविधा में सुधार हो।
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