संदर्भ:

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हाल ही में जारी की गई वैश्विक क्षय रोग रिपोर्ट 2024 में बताया गया है कि भारत में 2023 में क्षय रोग (TB) के मामलों में कमी आई है।        

अन्य संबंधित जानकारी     

  • भारत में 2023 में TB के 28 लाख मामले होने का अनुमान है, जो वैश्विक मामलों का 26% है। भारत में TB से संबंधित मौतों का अनुमान 3.15 लाख है, जो वैश्विक स्तर पर 2023 में होने वाली मौतों का 29% है। 
  • विश्व  में कुल 56% मामलों में पांच देशों यथा भारत (26%), इंडोनेशिया (10%), चीन (6.8%), फिलीपींस (6.8%) और पाकिस्तान (6.3%) का योगदान है।  
  • 2023 में TB से पीड़ित लोगों में 55% पुरुष, 33% महिलाएं और 12% बच्चे एवं युवा किशोर थे।
  • 2023 में, TB ने एक बार पुनः कोविड-19 की जगह ली  और विश्व में एकल संक्रामक एजेंट से होने वाली मौत का प्रमुख कारण बना।
  • वैश्विक स्तर पर, 2015 और 2023 के बीच TB की  दर में  कमी 8.3% थी, जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की TB उन्मूलन रणनीति ‘2025 तक 50% कमी’ के लक्ष्य से काफी दूर है। 
  • 2015 और 2023 के बीच TB के कारण होने वाली मौतों की वैश्विक संख्या में वास्तविक  कमी 23% थी, जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की TB उन्मूलन रणनीति ‘2025 तक 75% कमी’ के लक्ष्य का लगभग एक-तिहाई है।                 
  • रिपोर्ट में वित्त पोषण में पर्याप्त कमी का खुलासा किया गया है, 2023 के लिए 22 बिलियन डॉलर के लक्ष्य में से केवल 5.7 बिलियन डॉलर ही उपलब्ध हैं। 

भारत की प्रगति

  • भारत विश्व स्वास्थ्य संगठन के TB  उन्मूलन लक्ष्य के करीब भी नहीं है। 
  • 2015 से 2023 के बीच TB के मामलों में केवल 17.7 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि 2025 तक 50 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है।  
  • TB से होने वाली मौतों में 24 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि 2025 तक 75 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया था। 

क्षय रोग (TB) 

  • TB एक संक्रामक रोग है जो बैक्टीरिया (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस) के कारण होता है। यह फेफड़ों की टीबी से पीड़ित लोगों के खांसने, छींकने या थूकने से  वायु  के माध्यम से प्रसारित होता  है।  
  • TB रोग का उपचार संभव है। इसका उपचार 4 एंटीबायोटिक दवाओं के 6 महीने के मानक कोर्स से किया जाता है। आम दवाओं में रिफाम्पीसिन (Rifampicin) और आइसोनियाज़िड (Isoniazid) शामिल हैं।  

दवा  प्रतिरोधी क्षय रोग (TB) के भी कई प्रकार हैं। 

  • मोनो-रेज़िस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस रोग TB बैक्टीरिया के कारण होता है, जो एक TB उपचार औषधि के प्रति प्रतिरोधी होता है। 
  • पॉलि रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस रोग TB बैक्टीरिया के कारण होता है, जो कम से कम दो TB औषधियों के प्रति प्रतिरोधी होते हैं (परन्तु आइसोनियाज़िड और रिफाम्पीसिन दोनों के प्रति नहीं)। 
  • मल्टी ड्रग–रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (MDR TB) रोग TB बैक्टीरिया के कारण होता है, जो कम से कम आइसोनियाज़िड और रिफाम्पीसिन के प्रति प्रतिरोधी होते हैं, जो कि सबसे प्रभावी प्रथम-पंक्ति TB उपचार औषधि हैं।   
  • एक्स्टेंसिवली ड्रग–रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (XDR TB) MDR-TB का एक दुर्लभ प्रकार है, जो TB बैक्टीरिया के कारण होता है, जो आइसोनियाज़िड और रिफाम्पीसिन, एक फ्लोरोक्विनोलोन और एक द्वितीय-पंक्ति इंजेक्शन (अमीकासिन, कैप्रियोमाइसिन और कैनामाइसिन) के प्रति प्रतिरोधी होते हैं।            

विश्व क्षय रोग दिवस, प्रति वर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य क्षय रोग (TB) के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन 1882 में उस दिन की याद में मनाया जाता है जब डॉ. रॉबर्ट कोच ने TB पैदा करने वाले बैक्टीरिया की खोज की थी।     

Also Read:

Shares: