प्रसंग:
राज्य सरकार वृंदावन से गोकुल तक यमुना नदी के किनारे 17 किलोमीटर लंबा नेचर वॉक पथवे विकसित कर रही है, जिसकी अनुमानित लागत ₹50 करोड़ है।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

- इस परियोजना को ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा राज्य वन एवं वन्यजीव विभाग के सहयोग से क्रियान्वित किया जाएगा।
- इस पहल का उद्देश्य इको-पर्यटन को बढ़ावा देना, पर्यावरण संरक्षण को समर्थन देना और तीर्थयात्रियों व पर्यटकों को नदी के किनारे एक शांत और सुलभ पैदल मार्ग प्रदान करना है।
- यमुना नदी के किनारे दो मीटर चौड़ा पथ बनाया जाएगा, जो वृंदावन को गोकुल से जोड़ेगा।
- पथ के दोनों ओर देशी प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे, जिससे हरियाली बढ़ेगी और स्थानीय जैव विविधता संरक्षित रहेगी।
- इस मार्ग पर सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए बाड़बंदी, प्रकाश व्यवस्था और शौचालय की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
- वृंदावन-गोकुल नेचर वॉक पथवे का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में इको-पर्यटन को बढ़ावा देना है।
- यह पहल मथुरा विजन 2030 की व्यापक विकास योजना का हिस्सा है, जिसमें ₹30,080 करोड़ की लागत वाली 195 परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें से ₹2,300 करोड़ की 23 परियोजनाओं को मंजूरी मिल चुकी है।
- तीर्थयात्री और पर्यटक अब यमुना के तट पर फैली हरियाली और शांत वातावरण के बीच इस पवित्र स्थल की प्राकृतिक शांति का पैदल अनुभव कर सकेंगे।