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सामान्य अध्ययन-3: समावेशी विकास और इससे संबंधित विषय|

संदर्भ: रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने नवाचार-संचालित आर्थिक विकास की व्याख्या करने के लिए जोएल मोकिर, फिलिप अघियन और पीटर हॉविट को वर्ष 2025 के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- अर्थशास्त्र के पुरस्कार को औपचारिक तौर पर अर्थशास्त्र में स्वेरिगेस रिक्सबैंक पुरस्कार के रूप में जाना जाता है।
- इस पुरस्कार के साथ 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (10.25 करोड़ रुपये) की पुरस्कार राशि दी जाएगी; पुरस्कार की आधी राशि मोकिर को दी जाएगी, तथा शेष आधी राशि अघियन और हॉविट साझा करेंगे।
महत्त्वपूर्ण खोज
• मोकिर का योगदान:
- प्रगति के लिए विज्ञान और कौशल की आवश्यकता होती है: वास्तविक प्रगति तब होती है जब समाज व्यावहारिक ज्ञान को वैज्ञानिक समझ के साथ मिला देता है, जिससे बेहतर इंजन और स्टील जैसे परिवर्तनकारी नवाचार संभव हो पाते हैं।
- विकास के लिए सामाजिक खुलेपन की आवश्यकता: तकनीकी परिवर्तन का पूरा लाभ तभी मिलता है जब समाज नए विचारों को अपनाता है, आने वाली बाधाओं को स्वीकारता है, तथा तदनुसार कानूनी और सामाजिक संरचनाओं में बदलाव करता है।
- रचनात्मक विनाश आवश्यक है: स्थायी आर्थिक विकास “रचनात्मक विनाश” पर निर्भर करता है, जहाँ पुराने व्यवसायों और तरीकों को नए, बेहतर तरीकों से बदल दिया जाता है। इस प्रकार आर्थिक गतिविधि का निरंतर नवीनीकरण सुनिश्चित होता है।
- विरोध, प्रगति में बाधक बनता है: यदि समाज बाधाओं को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं होते हैं – जैसे कि नई मशीनों का विरोध से अर्थव्यवस्था में ठहराव (stagnation) आने और तुलनात्मक लाभ न मिलने का जोखिम रहता बना रहता है।
- संस्थाओं का महत्त्व होता है: लचीली और उत्तरदायी संस्थाओं का निर्माण परिवर्तन से उत्पन्न संघर्ष को प्रबंधित करने में मदद करता है और नवाचार और आर्थिक गतिशीलता के अनुकूल वातावरण बनाए रखता है।
• अघियन और हॉविट का योगदान:
- साझा फोकस, भिन्न दृष्टिकोण: अघियन और हॉविट ने पूर्ववर्ती अर्थशास्त्रियों की तरह ही इसी प्रश्न पर विचार किया कि कैसे तकनीकी उन्नति सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है, लेकिन उन्होंने ऐसा ऐतिहासिक आंकड़ों के बजाय आधुनिक अर्थव्यवस्था का अध्ययन करके किया।
- सूक्ष्म स्तर पर उतार-चढ़ाव: उन्होंने पाया कि राष्ट्रीय स्तर पर स्थिर वृद्धि से फर्म स्तर पर होने वाले महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव छिप जाते हैं परन्तु प्रतिवर्ष कंपनी में होने वाली कर्मचारियों की भर्ती, निकासी, नौकरियों के सृजन और नौकरियों के समाप्त होने की उच्च दर इसकी विशेषताएँ हैं।
- वृहद स्तर पर उतार-चढ़ाव: उनके 1992 के गणितीय मॉडल ने प्रदर्शित किया कि किस प्रकार यह प्रतीत होता है कि विघटनकारी फर्म-स्तरीय रचनात्मक विनाश, स्थिर वृहद आर्थिक विकास का मूलभूत आधार है।
- नवाचार प्रोत्साहन: इस मॉडल में कंपनियाँ अस्थायी एकाधिकार और मुनाफ़ा हासिल करने के लिए पेटेंट का इस्तेमाल करती हैं। ये मुनाफ़े उत्पादन के लिए धन मुहैया कराते हैं, लेकिन पेटेंट, प्रतिस्पर्धियों को अगले बेहतर नवाचार के लिए अनुसंधान एवं विकास में निवेश करने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं, जिससे निरंतर प्रगति होती है।
- परस्पर संबद्ध बाज़ार (सामान्य संतुलन): इसकी एक प्रमुख विशेषता उत्पादन, अनुसंधान एवं विकास में निवेश, वित्तीय बाज़ारों और घरेलू बचत का एकीकरण था। यह मॉडल रचनात्मक विनाश के लिए पहला व्यापक आर्थिक ढाँचा है जिसने “सामान्य संतुलन” हासिल किया, जहाँ ये सभी परस्पर संबद्ध बाज़ार संतुलन में हैं।