संदर्भ:
वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2024 से संकेत मिलता है कि भारत को अमेरिका की प्रति व्यक्ति आय के एक-चौथाई स्तर तक पहुंचने के लिए 75 वर्ष तक का समय लग सकता है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
उच्च आय की स्थिति में वैश्विक बाधाएं
- भारत सहित 100 से अधिक देशों को आने वाले दशकों में उच्च आय का दर्जा प्राप्त करने में महत्वपूर्ण बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
- रिपोर्ट के अनुसार, चीन को अमेरिका की प्रति व्यक्ति आय के एक-चौथाई तक पहुंचने में 10 वर्ष से अधिक का समय लगेगा तथा इंडोनेशिया को लगभग 70 वर्ष लगेंगे।
मध्यम आय का जाल
- रिपोर्ट में उन चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया है जिनका सामना देश धनी होते हुए भी करते हैं, तथा प्रायः उन्हें ‘मध्यम आय जाल’ का सामना करना पड़ता है।
मध्य आय जाल क्या है?
- मध्यम आय जाल, मध्यम आय वाले देशों के लिए एक स्थिति है, जहां वे कई प्रतिकूल कारकों की वजह से उच्च आय की स्थिति तक नहीं पहुंच पाते हैं।
- विश्व बैंक मध्यम आय वाले देशों को ऐसे देशों के रूप में परिभाषित करता है जिनकी प्रति व्यक्ति आय संयुक्त राज्य अमेरिका के वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 10% (जो आज लगभग 8,000 अमेरिकी डॉलर है) के बराबर होती है।
- वर्ष 1990 के बाद से केवल 34 मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्थाएं उच्च आय वाली स्थिति में परिवर्तित हुई हैं।
- कम आय वाली अर्थव्यवस्थाएँ: वर्तमान 2024 वित्तीय वर्ष के लिए, कम आय वाली अर्थव्यवस्थाओं को वर्ष 2022 में प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय 1,135 डॉलर या उससे कम के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसकी गणना विश्व बैंक एटलस पद्धति का उपयोग करके की जाती है।
- निम्न मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्थाएँ वे होती हैं जिनकी प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय 1,136 डॉलर और 4,465 डॉलर (भारत) के बीच है।
- उच्च मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्थाएँ वे हैं जिनकी प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय 4,466 डॉलर और 13,845 डॉलर (चीन) के बीच है।
- उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाएँ वे हैं जिनकी प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय 13,846 डॉलर या उससे अधिक है।
वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट
- वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट या विश्व प्रगति रिपोर्ट विश्व बैंक द्वारा वर्ष 1978 से प्रकाशित एक वार्षिक रिपोर्ट है।
- यह हर साल आर्थिक विकास के एक विशिष्ट पहलू पर गहन विश्लेषण करती है तथा कृषि, पर्यावरण, गरीबी आदि जैसे विषयों पर गहन विश्लेषण और सिफारिशें प्रदान करती है।
नये दृष्टिकोण की जरूरत
- वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2024 में बताया गया है कि सभी विकासशील अर्थव्यवस्थाएं मध्यम आय के जाल से कैसे बच सकती हैं।
3i दृष्टिकोण रणनीति
- रिपोर्ट में उच्च आय की स्थिति प्राप्त करने के लिए निवेश, नवाचार और प्रौद्योगिकी के समावेश पर ध्यान केंद्रित करते हुए “3i दृष्टिकोण” की सिफारिश की गई है।
- अपने विकास स्तर के अनुसार देशों को नीतियों का क्रमबद्ध एवं उत्तरोत्तर अधिक परिष्कृत मिश्रण व्यवस्था को अपनाना चाहिए।
- निम्न आय वाले देश: निवेश को प्राथमिकता दें (“1i” चरण)।
- निम्न-मध्यम आय वाले देश: प्रौद्योगिकी समावेशन को शामिल करते हुए “2i” चरण की ओर बढ़ें।
- उच्च-मध्यम आय वाले देश: निवेश, निषेचन और नवाचार को मिलाकर “3i” चरण को लागू करें।
- नवप्रवर्तन के लिए देशों को वैश्विक नेताओं से विचार उधार लेने के बजाय अपनी सीमाओं का विस्तार करना चाहिए।
मामला अध्ययन: दक्षिण कोरिया
- रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि किस प्रकार दक्षिण कोरिया 3i रणनीति के सफल कार्यान्वयन का उदाहरण प्रस्तुत करता है।
- इसकी प्रति व्यक्ति आय वर्ष 1960 में 1,200 डॉलर से बढ़कर वर्ष 2023 में 33,000 डॉलर हो गयी।
भारत के लिए चुनौतियाँ:
- बुनियादी ढांचे में अंतराल: अपर्याप्त परिवहन, ऊर्जा और डिजिटल बुनियादी ढांचे से आर्थिक विकास में बाधा आती है।
- शिक्षा और कौशल विकास: बड़ी युवा आबादी को श्रम बाजार की मांगों को पूरा करने के लिए शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण में पर्याप्त निवेश की जरूरत है।
- असमानता: आय और संपत्ति में लगातार असमानता घरेलू उपभोग और निवेश को सीमित कर सकती है।
- शासन और भ्रष्टाचार: कमजोर शासन और भ्रष्टाचार निवेशकों के विश्वास को कम करते हैं और कुशल संसाधन आवंटन में बाधा डालते हैं।
आगे का लक्ष्य
- वर्ष 2047 के लिए भारत की सोच: नीति आयोग के ‘विकसित भारत @2047’ दृष्टिकोण पत्र के अनुसार, भारत का लक्ष्य वर्ष 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है, जिसमें प्रति व्यक्ति आय 18,000 डॉलर प्रति वर्ष होगी, जो वर्तमान 3.36 ट्रिलियन डॉलर और 2,392 डॉलर प्रति वर्ष से अधिक है।