संदर्भ: विदेश मंत्रालय के सुषमा स्वराज विदेश सेवा संस्थान (SSIFS) के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान लखनऊ आए 42 सदस्यीय राजनयिक प्रतिनिधिमंडल को हाल ही में उत्तर प्रदेश की जीवंत सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया गया।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:

  • यह दौरा एक ज़िला, एक उत्पाद (ODOP) योजना पर केंद्रित था, जो एक प्रमुख पहल है जिसने राज्य के पारंपरिक हस्तशिल्प को पुनर्जीवित करने, रोज़गार सृजन और निर्यात को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • यह इन्वेस्ट यूपी द्वारा आयोजित किया गया था ताकि प्रतिनिधियों को क्षेत्र के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास का गहन अनुभव प्रदान किया जा सके।
  • डिज़ाइन, कला, शिक्षा और फ़ैशन जैसे क्षेत्रों के विशेषज्ञों वाले इस समूह को उत्तर प्रदेश डिज़ाइन एवं अनुसंधान संस्थान (UPIDR) में उत्तर प्रदेश की कुछ सबसे प्रतिष्ठित पारंपरिक कलाओं को देखने का अवसर मिला।

UPIDR में पारंपरिक शिल्पों की खोज

  • इस यात्रा का मुख्य आकर्षण UPIDR में पारंपरिक शिल्पों की एक विशेष रूप से तैयार की गई प्रदर्शनी थी, जहाँ प्रतिनिधियों ने क्षेत्र के कुछ बेहतरीन हस्तनिर्मित उत्पादों को देखा।
  • प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित हस्तशिल्पों की विविध श्रृंखला प्रदर्शित की गई, जिनमें शामिल हैं:

पीढ़ियों से चली आ रही इन पारंपरिक शिल्पकलाओं को अब ODOP पहल के माध्यम से पुनर्जीवित और प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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