संदर्भ: 

हाल ही में, राष्ट्रीय सीमेंट एवं भवन निर्माण सामग्री परिषद (NCB) ने सीमेंट उद्योग में डीकार्बोनाइजेशन और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए दो ऐतिहासिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।  

अन्य संबंधित जानकारी    

सीमेंट और कंक्रीट पर 18वें NCB अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी के दौरान समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए। 

  • सीमेंट पर 18वाँ NCB अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी 27 से 29 नवंबर 2024 तक यशोभूमि, IICC द्वारका, नई दिल्ली में आयोजित की जा रही है।   
  • इस वर्ष के सम्मेलन का विषय “सीमेंटिंग द नेट ज़ीरो फ़्यूचर” है। 

पहला समझौता ज्ञापन (MoU) 

  • NCB और ग्लोबल सीमेंट एंड कंक्रीट एसोसिएशन (GCCA), भारत के बीच यह समझौता भारतीय सीमेंट क्षेत्र में डीकार्बोनाइजेशन के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए किया गया।
  • यह 2070 तक भारतीय सीमेंट उद्योग को “नेट ज़ीरो” बनाने के प्रयासों को तेज करेगा। 

दूसरा समझौता ज्ञापन (MoU) 

  • सीमेंट उत्पादन में थर्मल प्लाज्मा टॉर्च तकनीक के अनुप्रयोग पर NCB और एआईसी -प्लाज्माटेक इनोवेशन फाउंडेशन के बीच इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।  
  • इसके माध्यम से सीमेंट निर्माण प्रक्रिया में थर्मल प्लाज्मा तकनीकों के संभावित अनुप्रयोगों का पता लगाया जाएगा।   

राष्ट्रीय सीमेंट और भवन निर्माण सामग्री परिषद (NCB)

  • NCB, सीमेंट और निर्माण उद्योगों में प्रौद्योगिकी विकास, हस्तांतरण, सतत शिक्षा और औद्योगिक सेवाओं के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत एक प्रमुख निकाय है।  
  • इसकी स्थापना 1962 में सीमेंट और भवन निर्माण सामग्री व्यापार और उद्योग से जुड़े अनुसंधान और वैज्ञानिक कार्य को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सीमेंट अनुसंधान संस्थान (CRI) के रूप में की गई थी।
  • यह सीमेंट उद्योग के वृद्धि और विकास से संबंधित नीतियों को तैयार करने और गतिविधियों की योजना बनाने में सरकार को आवश्यक सहायता प्रदान करने वाली नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है।         
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