• भारत में प्रतिवर्ष 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है  है, ताकि अपने युवा नागरिकों को सम्मानित किया जा सके।
  • यह तारीख जवाहरलाल नेहरू, भारत के पहले प्रधानमंत्री की जयंती को चिन्हित करती है, जिन्हें बच्चों से बहुत प्रेम होने के कारण “चाचा नेहरू” के रूप में स्नेहपूर्वक याद किया जाता है।

जवाहर लाल नेहरू द्वारा दिये गए योगदान:

1. राजनीतिक क्षेत्र:

  • भारत का एकीकरण: नेहरू ने एक विविध, नव-स्वतंत्र भारत को एकजुट करने में मदद की, और एक समान विचारधारा वाले समाज के लिए धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र को बढ़ावा दिया।
  • संवैधानिक सुधार: नेहरू ने भारतीय संविधान (1950) का समर्थन किया, जिसमें सार्वभौम मताधिकार, मौलिक अधिकार और सामाजिक न्याय को सुनिश्चित किया गया।

2. आर्थिक क्षेत्र:

  • औद्योगिकीकरण: नेहरू ने राज्य-प्रेरित औद्योगिकीकरण का समर्थन किया, और आर्थिक प्रगति और नवाचार के लिए भिलाई स्टील प्लांट और IITs जैसे प्रमुख उद्योग स्थापित किए।
  • पाँच वर्षीय योजनाएँ: उन्होंने आर्थिक विकास पर केंद्रित पाँच वर्षीय योजनाएँ प्रस्तुत की, जिनकी शुरुआत कृषि से हुई और बाद में औद्योगिकीकरण, बुनियादी ढाँचा और शिक्षा तक विस्तार हुआ।

3. शिक्षा और वैज्ञानिक विकास:

  • शिक्षा का प्रोत्साहन: नेहरू ने शिक्षा की पहुँच बढ़ाई, IITs, AIIMS और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की स्थापना की, और साक्षरता सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया।
  • वैज्ञानिक अनुसंधान: नेहरू ने भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), परमाणु ऊर्जा आयोग औरISRO जैसे वैज्ञानिक संस्थानों का समर्थन किया, और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से प्रगति को बढ़ावा दिया।
  • संस्कृत और कला: नेहरू ने सांस्कृतिक संरक्षण और आधुनिकता को बढ़ावा दिया, और राष्ट्रीय संग्रहालय और राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी जैसे संस्थानों की स्थापना की।

4. विदेश नीति:

  • गुट निरपेक्ष और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति: नेहरू ने भारत की गुट निरपेक्ष नीति का नेतृत्व किया, और शांति और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए गुट निरपेक्ष आंदोलन (NAM) का समर्थन किया।
  • पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते: नेहरू ने पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते स्थापित करने का प्रयास किया, लेकिन पाकिस्तान और चीन के साथ तनाव बना रहा, विशेष रूप से कश्मीर और 1962 युद्ध और पंचशील समझौते (1954 में चीन के साथ हस्ताक्षरित) पर, जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व पर जोर देता था।
  • विकसित देशों पर ध्यान: नेहरू ने उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन का समर्थन किया, और एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों की स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय के लिए समर्थन किया।

5. सामाजिक क्षेत्र:

  • सामाजिक न्याय और समानता: नेहरू ने सकारात्मक भेदभाव और अछूतता विरोधी कानूनों के माध्यम से हाशिए पर स्थित समुदायों को ऊपर उठाने के लिए काम किया।

महिला सशक्तिकरण: नेहरू के हिंदू कोड बिल (1955) ने महिलाओं को विवाह, तलाक और संपत्ति अधिकारों में अधिक अधिकार दिए, जिससे लैंगिक समानता में वृद्धि हुई।

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