संदर्भ:

हाल ही में, यूनेस्को ने अपने विश्व बायोस्फीयर रिजर्व (जीवमंडल आरक्षित क्षेत्र) नेटवर्क में 11 नए बायोस्फीयर रिजर्व को शामिल किया है।

अन्य संबंधित जानकारी    

  • कुल 37,400 वर्ग किमी क्षेत्रफल  में फैले इन 11 नए बायोस्फीयर रिजर्वों को शामिल करने के साथ ही यह महत्वपूर्ण संरक्षण क्षेत्र अब 136 देशों के 759 स्थलों तक विस्तारित हो गया हैं।
  • इन क्षेत्रों को शामिल करने का निर्णय अंतरराष्ट्रीय समन्वय परिषद (International Co-ordinating Council) के 36 वें सत्र के दौरान लिया गया, जो यूनेस्को के मानव और जीवमंडल कार्यक्रम (मैन एंड द बायोस्फीयर) का शासी निकाय है, जिसमें यूनेस्को के सदस्य देशों के 34 प्रतिनिधि शामिल हैं।
  • यह सत्र 2 से 5 जुलाई तक मोरक्को के अगादिर शहर में आयोजित किया गया था, जो यूनेस्को मृदा सम्मेलन के बाद हुआ था।

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को)

  • यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक विशेषीकृत एजेंसी है, जो शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति और संचार में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
  • इसकी स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के विनाश के बाद वर्ष 1945 में की गई थी।
  • वर्तमान में, इसके 194 सदस्य देश और 12 सहयोगी सदस्य हैं। 

यूनेस्को के प्रमुख कार्यक्रम और पहल

  • मानव और जैवमंडल या जीवमंडल (MAB) कार्यक्रम: यह कार्यक्रम वैश्विक स्तर पर जैवमंडल रिजर्व की स्थापना, जैव विविधता का संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देता है।
  • विश्व विरासत सम्मेलन: यह अंतरराष्ट्रीय संधि उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्य के सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों की पहचान करने के साथ-साथ उनकी रक्षा करती है।
  • सभी के लिए शिक्षा (EFA): इस वैश्विक आंदोलन का उद्देश्य सार्वभौमिक प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करना तथा सभी युवाओं और वयस्कों को उन्नति के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना है।

11 नए आरक्षित जैवमंडल (बायोस्फीयर रिजर्व) के बारे में   

  1. ट्रिबुगा-क्यूपिका-बौडो बायोस्फीयर रिजर्व (कोलंबिया): यह प्रशांत महासागर के तटीय  वर्षावनों, मैंग्रोव और प्रवाल भित्तियों की रक्षा करने के साथ-साथ समुद्री जैव विविधता और स्वदेशी ज्ञान  का संरक्षण करता है।
  2. माद्रे डे लास अगुआस बायोस्फीयर रिजर्व (डोमिनिकन गणराज्य): इसमें एनरिक्विलो झील जैसी मीठे पानी के पारिस्थितिकी तंत्र शामिल हैं, जो स्थानिक पक्षी प्रजातियों का एक महत्वपूर्ण पर्यावास है।
  3. निउमी बायोस्फीयर रिजर्व (गाम्बिया): यह प्रवासी पक्षियों और स्थानीय समुदायों के लिए महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि, मैंग्रोव और स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण करता है।
  4. कोली यूगानेई बायोस्फीयर रिजर्व (इटली): यह ज्वालामुखीय परिदृश्य, सांस्कृतिक विरासत और समृद्ध जैव विविधता को दर्शाता है।
  5. जूलियन आल्प्स ट्रांसबाउंड्री बायोस्फीयर रिजर्व (इटली और स्लोवेनिया): यह उच्च पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र और सांस्कृतिक महत्व वाले क्षेत्र जूलियन आल्प्स की सुरक्षा हेतु एक सहयोगात्मक प्रयास है।
  6. खार उस झील बायोस्फीयर रिजर्व (मंगोलिया): एक विशाल मीठे पानी की झील (खार उस) और आसपास के घास के मैदानों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ विविध वन्यजीव आबादी को समर्थन प्रदान देता है।
  7. अपायाओस बायोस्फीयर रिजर्व (फिलीपींस): यह विविधतापूर्ण रिजर्व प्रवाल भित्तियों, वर्षावनों और पर्वतों की रक्षा करने के साथ-साथ संकटग्रस्त फिलीपीन ईगल को पर्यावास प्रदान करता है।
  8. चांगन्योंग बायोस्फीयर रिजर्व (दक्षिण कोरिया): यह उन पर्वतों, वनों और कृषि क्षेत्रों की रक्षा करता है, जिन्हें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक प्रथाओं के लिए जाना जाता है।
  9. वैल डी’अरान बायोस्फीयर रिजर्व (स्पेन): पाइरेनीस पर्वत (पिरिनी पर्वत शृंखला) में स्थित यह रिजर्व अनूठी वनस्पतियों और जीवों वाले अधिक ऊँचाई स्थित पारिस्थितिक तंत्रों की सुरक्षा करता है।
  10. इराती बायोस्फीयर रिजर्व (स्पेन): इसमें यूरोप का सबसे बड़ा बीच वन (Beech Forest) है, जो समशीतोष्ण पारिस्थितिकी तंत्र और सांस्कृतिक परंपराओं को प्रदर्शित करता है।
  11. केम्पेन-ब्रोक ट्रांसबाउंड्री बायोस्फीयर रिजर्व (बेल्जियम और नीदरलैंड): यह दो देशों की सीमाओं के पार सतत  भूमि प्रबंधन के लिए एक मॉडल है, जिसमें वन, पीटलैंड और कृषि क्षेत्र शामिल हैं।

जीवमंडल आरक्षित क्षेत्र (बायोस्फीयर रिजर्व) क्या हैं?

  • बायोस्फीयर रिजर्व स्थलीय, समुद्री और तटीय पारिस्थितिकी तंत्र के क्षेत्र हैं, जो जैव विविधता के संरक्षण और इसके सतत उपयोग के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाले समाधानों को बढ़ावा देते हैं।
  • इन क्षेत्रों को यूनेस्को के मानव और जीवमंडल कार्यक्रम (Man and Biosphere Program) के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। प्रत्येक बायोस्फीयर रिजर्व में तीन परस्पर संबंधित क्षेत्र होते हैं:
  1. मुख्य (कोर) क्षेत्र: यह भूदृश्यों, पारिस्थितिकी तंत्रों, प्रजातियों और आनुवंशिक विविधता के संरक्षण के लिए सख्ती से संरक्षित होते है।
  2. बफर जोन: यह क्षेत्र कोर क्षेत्र के चारों ओर या उससे संलग्न होता है। इसमें ऐसी गतिविधियों की अनुमति होती है, जो प्राकृतिक संसाधनों के स्थायी प्रबंधन में मददगार हो सकती हैं।
  3. संक्रमण क्षेत्र: यह रिजर्व का सबसे बाहरी भाग होता है, जिसमें सतत संसाधन प्रबंधन प्रक्रियाओं को बढ़ावा दिया जाता है और उन्हें विकसित किया जाता है।

बायोस्फीयर रिजर्व का महत्व

  • जैव विविधता संरक्षण: वे क्षेत्र उन प्रजातियों और आनुवंशिक विविधता का संरक्षण करते हैं, जो पारिस्थितिकी तंत्र के लचीलेपन के लिए महत्वपूर्ण है।
  • सतत विकास: वे ऐसे सतत आर्थिक तरीकों को बढ़ावा देते हैं, जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुँचाते है।
  • अनुसंधान एवं शिक्षा: वे वैज्ञानिक अनुसंधान, निगरानी, शिक्षा और प्रशिक्षण हेतु स्थल के रूप में कार्य करते हैं।
  • सांस्कृतिक संरक्षण: इनमें अक्सर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के क्षेत्र शामिल होते हैं। वे कृषि-पारिस्थितिकी, जल प्रबंधन और हरित आय सृजन जैसी प्रथाओं के माध्यम से स्थानीय और स्वदेशी समुदायों का भी समर्थन करते हैं।
  • कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता रूपरेखा: जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र दिसंबर 2022 में अपनाए गए कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता रूपरेखा में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता हैं, जिसमें पृथ्वी की भूमि और समुद्री सतह के 30 प्रतिशत हिस्से को संरक्षित क्षेत्रों के रूप में नामित करना और वर्ष 2030 तक पृथ्वी के 30 प्रतिशत क्षतिग्रस्त पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करना शामिल है।

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