सम्बन्धित पाठ्यक्रम:
सामान्य अध्ययन 1: भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।
संदर्भ:
केंद्र सरकार द्वारा ‘मेरा गाँव मेरी धरोहर (MGMD)’ पहल के तहत अब तक 4.7 लाख से अधिक गाँवों के सांस्कृतिक विरासत का दस्तावेज़ीकरण किया जा चुका है।
अन्य सम्बन्धित जानकारी
- लोकसभा में एक लिखित उत्तर के माध्यम से केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस पोर्टल पर मौखिक परंपराओं, त्योहारों, खानपान, परिधान, कला रूपों, रीति-रिवाजों और स्थानीय स्थलों से संबंधित सांस्कृतिक सूचनाएँ दर्ज की गई हैं।
- यह पहल हाशिए पर रह रही समुदायों और कम जानी-पहचानी परंपराओं को भी समाहित करती है।
- पश्चिम बंगाल के 41,116 गांवों में से अब तक 5,917 गांवों का मानचित्रण किया जा चुका है, तथा शेष गांवों का दस्तावेजीकरण कार्य अभी चल रहा है।
- इस कार्यक्रम के लिए राज्यवार आधार पर कोई वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की गई है।
मेरा गांव मेरी धरोहर (MGMD) पहल
- यह कार्यक्रम राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन (NMCM) के तहत इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) द्वारा संचालित किया जा रहा है।
- यह पहल जून 2023 में ‘ आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक हिस्से के रूप में शुरू की गई थी।
- उद्देश्य: इसका उद्देश्य भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का मानचित्रण करना है। ‘मेरा गाँव मेरी धरोहर’ वेब पोर्टल (mgmd.gov.in) के माध्यम से देश के सभी 6.5 लाख गाँवों को इस योजना के अंतर्गत शामिल करने की योजना है।
- यह डेटा पारंपरिक ज्ञान, कला रूपों और लोक प्रदर्शनियों को चिन्हित करने और संरक्षित करने में सहायक होगा, जिससे सांस्कृतिक पहचान सुदृढ़ होगी और ग्रामीण विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन (NMCM)
- यह मिशन भारत के गाँवों की सांस्कृतिक संपदा को समग्र रूप से दस्तावेजीकृत और प्रचारित करने के लिए संस्कृति मंत्रालय द्वारा आरंभ किया गया है।
- इसका उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना है।
- सांस्कृतिक संपत्तियों का दस्तावेजीकरण और प्रचार-प्रसार करके, मिशन का उद्देश्य सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
विजन और मिशन
- भारत की समृद्ध कला एवं सांस्कृतिक विरासत की विविध परंपराओं को संरक्षित करने की आवश्यकता को पहचानना और उसे साकार करना।
- देश के विस्तृत एवं बहुआयामी सांस्कृतिक परिदृश्य को एक वस्तुनिष्ठ सांस्कृतिक मानचित्रण में रूपांतरित करना।
- राष्ट्र के समस्त कलाकार समुदाय की आकांक्षाओं को पूर्ण करने हेतु एक प्रभावी तंत्र का निर्माण करना।
- देश की सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखना।
- पूरे राष्ट्र में एक सशक्त “सांस्कृतिक जीवंतता” का निर्माण करना।
NMCM तीन स्तरों पर कार्य करता है :
- कलाकारों एवं सांस्कृतिक उद्योगों से जुड़े जीवित मानव धरोहरों की राष्ट्रीय निर्देशिकाओं का निर्माण।
- कला-प्रदर्शनों एवं पारंपरिक ज्ञान के संवाहकों/कलाकार समुदायों की राष्ट्रीय डिजिटल सूची/रजिस्टर का निर्माण।
- कलात्मक परंपराओं के संरक्षण हेतु नीतियों का विकास एवं कलाकारों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का निर्माण।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA)
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) सभी कलाओं के अध्ययन और अनुभव को समाहित करता है, जहाँ प्रत्येक कला अपनी विशिष्टता के साथ प्रस्तुत होती है, किंतु साथ ही प्रकृति, सामाजिक संरचना और ब्रह्मांडीय दृष्टिकोण से पारस्परिक संबंधों में जुड़ी होती है।
- यहाँ की कलाओं में साहित्य (लिखित और मौखिक), दृश्य कलाएँ (जैसे वास्तुकला, चित्रकला, चलचित्र), प्रदर्शन कलाएँ (संगीत, नृत्य, रंगमंच), तथा त्योहारों और जीवनशैली में समाहित कलात्मक तत्व शामिल हैं।
- IGNCA शोध, प्रकाशन, प्रशिक्षण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से कला को मानवीय और प्राकृतिक संदर्भों में जोड़ने का प्रयास करता है, और इसके लिए यह बहु-आयामी तथा अंतःविषयक दृष्टिकोण अपनाता है।
Sources:
https://mgmd.gov.in/about https://www.culturemap.in/about.html#ignca