संदर्भ: 

पृथ्वी को एक अस्थायी मिनी-मून (लघु चंद्रमा) मिलने वाला है, क्योंकि ‘2024 पीटी5‘ नामक एक क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरेगा और चंद्रमा के साथ दूरबीनों के माध्यम से दिखाई देगा।

अन्य संबंधित जानकारी

  • एक नवीनतम अध्ययन से पता चला है कि पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र सितंबर के अंत में 2024 PT5 नामक एक छोटे क्षुद्रग्रह को अस्थायी रूप से जकड़ लेगा। 
  • वैज्ञानिकों ने 2024 पीटी5 की खोज की और इस निष्कर्ष को इस महीने की शुरुआत में अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के जर्नल रिसर्च नोट्स में प्रकाशित कराया।

मिनी मून क्या हैं?

  • मिनी-मून वे क्षुद्रग्रह हैं, जो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण इसकी कक्षा में आ जाते हैं और परिणामस्वरूप अस्थायी रूप से पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं।
  • मिनी-मून आमतौर पर बहुत छोटे होते हैं और उनका पता लगाना कठिन होता है।

विशेषताएँ:

  • इन मिनी मून के पृथ्वी की कक्षा में रहने की अवधि, उनकी गति और उस प्रक्षेप पथ पर निर्भर करती है जिसके माध्यम से ये क्षुद्रग्रह पृथ्वी के निकट आते हैं।
  • मिनी मून की कक्षा स्थिर नहीं होती है तथा वे पृथ्वी की कक्षा में कुछ महीनों से लेकर दो वर्षों तक रह सकते हैं, तत्पश्चात वे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल से मुक्त होकर पृथ्वी से दूर किसी पथ पर अंतरिक्ष में वापस लौट जाते हैं।
  • पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण क्षुद्रग्रहों को लगातार आगे और पीछे खींचा जाता है, जिसके परिणामस्वरूप वे “घोड़े की नाल” के आकार की कक्षा पथ का अनुसरण करते हैं।
  • मिनी मून धातु पदार्थ, कार्बन, मिट्टी और सिलिकेट सामग्री के मिश्रण से बने हो सकते हैं।

उत्पत्ति: 

  • स्विस जर्नल फ्रंटियर्स इन एस्ट्रोनॉमी एंड स्पेस साइंसेज में प्रकाशित 2018 मिनी-मून अध्ययन के अनुसार, अधिकांश मिनी-मून मंगल और बृहस्पति के बीच क्षुद्रग्रह क्षेत्र से पृथ्वी की ओर आते हैं।

उदाहरण:

  • 2020 सीडी3 नामक एक क्षुद्रग्रह, जो एक मिनी मून के रूप में कार्य करता था, वर्ष 2020 में पृथ्वी की कक्षा छोड़ने से पहले कई वर्षों तक अस्थायी रूप से पृथ्वी से जुड़ा रहा था।
  • एक अन्य क्षुद्रग्रह, 2022 एनएक्स1 ने भी वर्ष 1981 से वर्ष 2022 तक पृथ्वी के मिनी मून के रूप में कार्य किया तथा इसके वर्ष 2051 में वापस आने की उम्मीद है।

क्षुद्रग्रह 2024PT5 का विवरण

  • इसे पहली बार अगस्त में नासा द्वारा वित्तपोषित क्षुद्रग्रह स्थलीय-प्रभाव अंतिम चेतावनी प्रणाली (Asteroid Terrestrial-impact Last Alert System-ATLAS) द्वारा देखा गया था, जो हवाई के माउई द्वीप पर स्थित हेलाकाला वेधशाला में स्थित है।

विशेषताएँ:

  • क्षुद्रग्रह 2024 PT5 तकनीकी रूप से एक मिनी मून नहीं है, क्योंकि यह पृथ्वी के चारों ओर एक पूर्ण चक्कर नहीं लगाएगा, बल्कि 56 दिनों से अधिक समय तक ग्रह की कक्षा में रहेगा।
  • यह क्षुद्रग्रह लगभग 10 मीटर (33 फीट) व्यास का है और 29 सितंबर से 25 नवंबर, 2024 तक पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण द्वारा प्रभावित रहेगा।
  • पृथ्वी को पहले भी “मिनी-मून” प्राप्त हुए हैं, लेकिन यह घटना असामान्य है, क्योंकि पहले के क्षुद्रग्रह या तो पृथ्वी से चूक गए थे या पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही विघटित हो गए थे।

महत्व: 

2024 PT5 कुछ अन्य मिनी मून से बड़ा है और यह भी वर्ष 2055 में पृथ्वी की कक्षा में वापस आएगा।

विज्ञान समुदाय में मिनी-मून को महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि उनमें बहुमूल्य धातुएं होती हैं।

वैज्ञानिकों के अनुसार, यह क्षुद्रग्रह संभवतः चंद्रमा पर हुए प्रभाव से निकला हुआ मलबा है।

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