संदर्भ:
हाल ही में, अमेरिकी ऊर्जा सचिव और भारत के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री द्वारा वाशिंगटन डीसी में रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी (SCEP) मंत्रिस्तरीय बैठक आयोजित की गई।
रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी मंत्रिस्तरीय बैठक की मुख्य विशेषताएँ
- दोनों पक्षों ने रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी (Strategic Clean Energy Partnership-SCEP) के तहत पाँच स्तंभों में की गई पहलों की समीक्षा की।
- दोनों पक्षों ने एक न्यायसंगत, व्यवस्थित और सतत ऊर्जा संक्रमण की दिशा में काम करने की आवश्यकता को पहचानते हुए (जो विश्वसनीय, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति तक पहुँच को प्राथमिकता देता है) दोनों देशों की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं का समर्थन करने में ऊर्जा व्यापार द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका का स्वागत किया।
- दोनों पक्षों ने अगस्त 2023 में अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकी कार्रवाई मंच (Renewable Energy Technology Action Platform-RETAP) के औपचारिक शुभारंभ का स्वागत किया।
- अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकी कार्रवाई मंच हरित/स्वच्छ हाइड्रोजन, पवन ऊर्जा, लंबी अवधि के ऊर्जा भंडारण और भूतापीय ऊर्जा, महासागर/ज्वारीय ऊर्जा और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों की खोज पर केंद्रित है।
- दोनों देशों ने भारत में हाइड्रोजन सुरक्षा के लिए नए राष्ट्रीय केंद्र पर सहयोग का स्वागत किया।
- यह एक वैश्विक-उन्मुख गैर-लाभकारी संगठन है जो दुनिया भर में हाइड्रोजन सुरक्षा और सर्वोत्तम पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
- दोनों नेताओं ने नीति और विनियामक ढांचे, सुरक्षा, विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाओं तथा अभिनव व्यापार मॉडल पर गौर करने के लिए सार्वजनिक-निजी ऊर्जा भंडारण कार्य बल के औपचारिक शुभारंभ का स्वागत किया।
- दोनों देश सतत विमानन ईंधन (sustainable aviation fuels-SAF) को बढ़ावा देने के लिए सहमत हुए और इस संदर्भ में, उन्होंने अनुसंधान और विकास, कर प्रोत्साहन और आपूर्ति श्रृंखला क्षमता निर्माण पर प्रशिक्षण का समर्थन करने के लिए एक आरंभिक सतत विमानन ईंधन कार्यशाला के साथ सतत विमानन ईंधन पर नई भागीदारी का स्वागत किया।
- दोनों नेताओं ने जैव ईंधन कार्य बल के तहत सतत विमानन ईंधन और जैव ईंधन पर दो संयुक्त रिपोर्टों के विकास का भी स्वागत किया।
- मंत्रियों ने स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिका-भारत साझेदारी (PACE-R) के तहत भंडारण के साथ स्मार्ट वितरण प्रणाली के लिए हाल ही में संपन्न अमेरिका-भारत सहयोग (UI-ASSIST) कार्यक्रम के तहत नए स्मार्ट ग्रिड और ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों के उन्नत अनुसंधान और विकास पर किए गए कार्य की सराहना की।
- स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी (PACE) अमेरिका और भारत के बीच स्वच्छ ऊर्जा पर एक प्रमुख कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर संयुक्त रूप से काम करना है।
- स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी का उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों और नीतियों को आगे बढ़ाकर समावेशी, कम कार्बन विकास को बढ़ावा देना है।
- यह अमेरिकी और भारतीय सरकारी तथा गैर-सरकारी हितधारकों को एक साथ लाता है और इसमें तीन प्रमुख घटक: अनुसंधान (PACE-R), परिनियोजन (PACE-D) और ऑफ-ग्रिड ऊर्जा पहुँच (PEACE) शामिल हैं।
भारत-अमेरिका रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी
- अप्रैल 2021 में जलवायु पर नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान, अमेरिका के राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री ने साझा जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को आगे बढ़ाने हेतु अमेरिका-भारत जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 भागीदारी की शुरुआत की घोषणा की।
- एजेंडा 2030 भागीदारी में रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी तथा जलवायु कार्रवाई और वित्त जुटाव वार्ता के रूप में दो पथ शामिल हैं।
- रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी को आधिकारिक तौर पर सितंबर 2021 में शुरू किया गया था। इससे पहले, इसे वर्ष 2018 में रणनीतिक ऊर्जा भागीदारी के रूप में स्थापित किया गया था और इसने ऊर्जा सहयोग के लिए पिछले अंतर-सरकारी जुड़ाव, अमेरिका-भारत ऊर्जा वार्ता की जगह ली थी।
- रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी के तहत अमेरिका और भारत निम्न पाँच स्तंभों पर सहयोग करने के लिए सहमत हुए:
- बिजली और ऊर्जा दक्षता स्तंभ
- नवीकरणीय ऊर्जा स्तंभ
- जिम्मेदार तेल और गैस स्तंभ
- सतत विकास स्तंभ
- उभरते ईंधन स्तंभ