संदर्भ:
भारत ने एशियाई आपदा तैयारी केंद्र (ADPC) के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है।
मुख्य अंश
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य और प्रमुख राजेंद्र सिंह ने बैंकॉक, थाईलैंड में वर्ष 2024-25 के कार्यकाल हेतु चीन से एशियाई आपदा तैयारी केंद्र (Asian Disaster Preparedness Centre-ADPC) के अध्यक्ष का पदभार संभाला है।
- भारत वैश्विक और क्षेत्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) प्रयासों में अग्रणी है, जिसमें आपदा रोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) की स्थापना भी शामिल है।
- हाल ही में, भारत ने बैंकॉक में आयोजित एशियाई आपदा तैयारी केंद्र के न्यासी बोर्ड (BoT) की 5वीं बैठक की अध्यक्षता भी की।
आपदा रोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI)
- यह एक वैश्विक साझेदारी है जिसका उद्देश्य सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए अवसंरचना प्रणालियों में लचीलापन लाना है। इसे न्यूयॉर्क में वर्ष 2019 संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में भारत के नेतृत्व में शुरू किया गया था।
एशियाई आपदा तैयारी केंद्र
- एशियाई आपदा तैयारी केंद्र एक स्वायत्तशासी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो एशिया और प्रशांत क्षेत्र में आपदा जोखिम न्यूनीकरण और जलवायु लचीलेपन के लिए समर्पित है।
- इसकी स्थापना भारत और आठ पड़ोसी देशों (बांग्लादेश, कंबोडिया, चीन, नेपाल, पाकिस्तान, फिलीपींस, श्रीलंका और थाईलैंड) द्वारा की गई थी।
- एशियाई आपदा तैयारी केंद्र आपदा तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सरकारों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम करती है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण
- प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाला राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) भारत में आपदा प्रबंधन के लिए सर्वोच्च निकाय है।
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का गठन तथा राज्य एवं जिला स्तर पर संस्थागत तंत्र के लिए सक्षम वातावरण का सृजन आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 द्वारा किया गया है।
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को आपदा प्रबंधन के लिए नीतियां, योजनाएं और दिशानिर्देश निर्धारित करने का अधिकार है।
- भारत आपदा रोकथाम, शमन, तैयारी और प्रतिक्रिया की एक प्रकृति के विकास की परिकल्पना करता है।