संबंधित पाठ्यक्रम: 

सामान्य अध्ययन -2: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह तथा भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।   

संदर्भ: 

हाल ही में, भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को उनकी विशिष्ट राजनीतिज्ञता और प्रभावशाली वैश्विक नेतृत्व के सम्मान में घाना के राष्ट्रपति द्वारा घाना के राष्ट्रीय सम्मान – ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना – से सम्मानित किया गया।

अन्य संबंधित जानकारी

  • यह पिछले तीन दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की घाना की पहली यात्रा है। 
  • भारत और घाना के बीच राजनयिक संबंधों का इतिहास 1953 से प्रारंभ होता है, जब भारत ने अक्रा में अपना प्रतिनिधि कार्यालय खोला। वर्ष 1957 में, जिस वर्ष घाना ने स्वतंत्रता प्राप्त की, दोनों देशों के बीच पूर्ण राजनयिक संबंधों की औपचारिक स्थापना हुई।    
  • दोनों देश गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement) के स्थापक सदस्य हैं — यह ऐसे देशों का समूह है जो किसी भी प्रमुख शक्ति गुट के साथ या उसके विरोध में औपचारिक रूप से संलग्न नहीं हैं।

मुख्य परिणाम

भारत ने क्षमता निर्माण और सार्वजनिक सेवा वितरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया।   

  • दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में एक-दूसरे के साथ द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।
  • भारत, घाना में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रणाली को लागू करने में सहायता करेगा, जिससे वहां का डिजिटल सार्वजनिक ढांचा सशक्त होगा और लेनदेन की लागत में कमी आएगी। 
  • किफायती दवाइयों की उपलब्धता में सुधार के लिए जन औषधि केन्द्र शुरू करने की योजना की घोषणा की गई। 
  • भारत ने पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्र की सेवा के लिए एक वैक्सीन विनिर्माण केंद्र विकसित करने में सहायता का भी प्रस्ताव रखा। 
  • भारत के सहयोग से घाना में एक व्यावसायिक कौशल विकास केंद्र स्थापित किया जाएगा। साथ ही, कृषि क्षेत्र में मजबूती लाने के लिए भारत, घाना की ‘फीड घाना’ पहल के लिए तकनीकी सहायता भी प्रदान करेगा। 

समझौता ज्ञापन (MoU): 

  • संस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (CEP) पर समझौता ज्ञापन: कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और विरासत के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और सांस्कृतिक समझ को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से। 
  • भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) और घाना मानक प्राधिकरण (GSA) के बीच समझौता ज्ञापन: मानकीकरण, प्रमाणन और अनुरूपता मूल्यांकन के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए।  
  • घाना के पारंपरिक एवं वैकल्पिक चिकित्सा संस्थान (ITAM) और भारत के आयुर्वेद शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (ITRA) के बीच समझौता ज्ञापन: पारंपरिक चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान में सहयोग हेतु।  
  • संयुक्त आयोग की बैठक पर समझौता ज्ञापन: उच्च स्तरीय संवाद को संस्थागत रूप देने और द्विपक्षीय सहयोग तंत्र की नियमित समीक्षा सुनिश्चित करने के लिए।  

भारत के लिए घाना का महत्व

  • पश्चिम अफ्रीका के लिए प्रवेश द्वार: घाना, ग्लोबल साउथ में भारत का एक महत्वपूर्ण साझेदार है और अफ्रीकी संघ तथा पश्चिम अफ्रीकी राज्यों के आर्थिक समूह (ECOWAS) में इसकी सक्रिय भूमिका इसे भारत के लिए रणनीतिक दृष्टि से और भी महत्त्वपूर्ण बनाती है।  

आर्थिक महत्व: 

  • भारत घाना में शीर्ष निवेशकों में से एक है, जिसने कृषि प्रसंस्करण, खनन, विनिर्माण, निर्माण और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) जैसे क्षेत्रों में 1.2 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
  • भारत-घाना व्यापार 3 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर चुका है। भारतीय कंपनियों ने घाना में लगभग 900 परियोजनाओं में 2 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। 
  • घाना के समृद्ध प्राकृतिक संसाधन, विशेष रूप से सोना (Gold), भारत की औद्योगिक आवश्यकताओं और आभूषण निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। भारत द्वारा घाना से आयात किए जाने वाले कुल माल में सोने की हिस्सेदारी 70% से अधिक है। 
  • घाना, अफ्रीका महाद्वीप का आठवां सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश बनकर उभरा है, जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा और संसाधन विविधीकरण रणनीतियों के लिए उसे एक आकर्षक भागीदार बनाता है।
  • घाना, भारतीय फार्मास्यूटिकल निर्यात का एक प्रमुख गंतव्य है, जो वहां की स्वास्थ्य प्रणाली के लिए अत्यावश्यक है। 
  • भारत ने घाना को 6.52 लाख ‘मेड इन इंडिया’ COVID-19 वैक्सीन डोज़ प्रदान कीं, जिनमें से 6 लाख COVAX के माध्यम से और 50,000 खुराक अनुदान के रूप में दी गई थीं। 

रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग:

  • भारत-घाना रक्षा सहयोग के माध्यम से भारत को अफ्रीका में अपने रक्षा निर्यात और सुरक्षा साझेदारियों को विस्तार देने का अवसर प्राप्त होता है।   
  • घाना की आतंकवाद-रोधी (counterterrorism) पहल और अक्रा पहल (Accra Initiative) में इसकी नेतृत्वकारी भूमिका, भारत के लिए उसे पश्चिम अफ्रीका में एक प्रमुख सुरक्षा साझेदार बनाती है।    

Sources: PIB

https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2141692

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