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सामान्य अध्ययन-2: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
सन्दर्भ: हाल ही में, भारत के प्रधानमंत्री ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए राजा अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन के निमंत्रण पर ‘हाशमाइट किंगडम ऑफ जॉर्डन’ की आधिकारिक यात्रा की।
अन्य संबंधित जानकारी

- जॉर्डन की यह पूर्णतः द्विपक्षीय यात्रा 37 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है, जो कि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है।
- भारत और जॉर्डन ने नवीकरणीय ऊर्जा, जल संसाधन, डिजिटल परिवर्तन और सांस्कृतिक विरासत जैसे प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से कई समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। साथ ही, अम्मान (जॉर्डन की राजधानी) ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) सहित भारत के नेतृत्व वाली प्रमुख वैश्विक पहलों में शामिल होने की अपनी इच्छा व्यक्त की है।
- भारत ने अम्मान के अल हुसैन टेक्निकल यूनिवर्सिटी में स्थापित ‘भारत-जॉर्डन उत्कृष्टता केंद्र‘ को अपना समर्थन देने की भी घोषणा की है, जिसमें तीन वर्षों की अवधि में 10 मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण किया जायेगा।
- जॉर्डन के साथ-साथ, भारत के प्रधानमंत्री ने 15-18 दिसंबर, 2025 तक तीन देशों की अपनी यात्रा में इथियोपिया और ओमान का भी दौरा किया।
भारत-जॉर्डन संबंध
- राजनीतिक सहयोग: वर्ष 2025 एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जब दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ किया जा रहा है।
- आर्थिक संबंध: वर्तमान में, भारत जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में, कुल भारत-जॉर्डन व्यापार 2.875 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें भारत का जॉर्डन को निर्यात 1.465 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।
- सुरक्षा सहयोग: दोनों देशों की चिंताएँ समान हैं और उन्होंने आतंकवाद से निपटने और क्षेत्रीय स्थिरता (जिसमें गाजा और पश्चिम एशिया के हालिया घटनाक्रम भी शामिल हैं) में सहयोग को और सुदृढ़ करने पर सहमति जताई।
- जन संपर्क: जॉर्डन में 17,500 से अधिक प्रवासी भारतीय हैं, जो वस्त्र, निर्माण और विनिर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी: अल-हुसैन टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HTU) में अगली पीढ़ी की आईटी सुविधा, ‘भारत-जॉर्डन सूचना प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र‘ (IJCOEIT) का उद्घाटन 02 अक्टूबर 2021 को किया गया था।
