संदर्भ:
भारत के रक्षा मंत्री और मोरक्को के रक्षा मंत्री अब्देलतीफ लौदी ने संयुक्त रूप से मोरक्को के बेरेकिड में‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड’ (TASL) की पहली विदेशी रक्षा विनिर्माण इकाई का उद्घाटन किया।
रक्षा विनिर्माण इकाई
- इकाई का आकार: 20,000 वर्ग मीटर
- उत्पाद: पहिएदार बख्तरबंद प्लेटफार्म (WhAP) 8×8
- TASL और भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित।
- बहुविध विन्यासों वाला मॉड्यूलर लड़ाकू प्लेटफार्म: पैदल सेना लड़ाकू वाहन, बख्तरबंद कार्मिक वाहक, टोही, कमांड पोस्ट, मोर्टार वाहक, एम्बुलेंस।
- रिमोट हथियार स्टेशनों और टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल प्रणालियों जैसे विकल्पों से सुसज्जित।
- यह सुविधा न केवल विदेश में भारत का पहला रक्षा विनिर्माण संयंत्र है, बल्कि मोरक्को में भी यह सबसे बड़ी संयंत्र है, जो दोनों देशों के बीच गहरी होती रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है।
- समझौते की शर्तों के तहत, TASL रॉयल मोरक्कन आर्मी को इन उन्नत बख्तरबंद वाहनों की आपूर्ति करेगा, जिसकी प्रारंभिक आपूर्ति अगले महीने से शुरू होगी।
समग्र प्रभाव
- यह भारत-मोरक्को रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय है।
- स्थानीय विनिर्माण क्षमताओं और क्षेत्रीय समृद्धि को बढ़ावा देता है।
- दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देता है।
रणनीतिक महत्व और दृष्टि
- यह संयंत्र भारत के आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण का प्रतीक है:
- आत्मनिर्भरता से आगे बढ़कर “दोस्तों के साथ बनाओ” और “दुनिया के लिए बनाओ” की ओर बढ़ना।
- रोजगार पर प्रभाव:
- रक्षा-संबंधी रोजगार उत्पन्न करता है।
- स्थानीय सोर्सिंग की शुरुआत 33% से करने की योजना है, जो समय के साथ 50% तक बढ़ जाएगी
- मोरक्को की रणनीतिक स्थिति:
- अफ्रीका और यूरोप का प्रवेश द्वार
- रक्षा उत्पादों के लिए प्रमुख निर्यात केंद्र