संदर्भ:
हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिजर्व बैंक की तीन प्रमुख पहलों, अर्थात् प्रवाह पोर्टल, रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप और एक फिनटेक रिपॉजिटरी की शुरुआत की।
अन्य संबंधित जानकारी
इन पहलों की घोषणा पहले भारतीय रिजर्व बैंक के विकास और नियामक नीतियों पर द्विमासिक वक्तव्य में की गई थी:
- प्रवाह पोर्टल: अप्रैल 2023 में घोषित
- रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप: अप्रैल 2024 में घोषित
- फिनटेक रिपॉजिटरी: दिसंबर 2023 में घोषित
प्रवाह पोर्टल
उद्देश्य: प्रवाह (नियामक आवेदन, सत्यापन और प्राधिकरण हेतु मंच) [Platform for Regulatory Application, VAlidation, and AutHorisation-PRAVAAH] पोर्टल का उद्देश्य भारतीय रिजर्व बैंक से नियामक अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है।
विशेषताएँ:
- व्यक्ति या संस्थाएं विभिन्न विनियामक अनुमोदनों हेतु सहजतापूर्वक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- उपयोगकर्ता अपने आवेदन की स्थिति पर नज़र रख सकते हैं और उसकी निगरानी कर सकते हैं।
- भारतीय रिजर्व बैंक आवेदन से संबंधित स्पष्टीकरण या प्रश्न पूछ सकता है।
- निर्णय समयबद्ध तरीके से दिए जाते हैं।
रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप
उद्देश्य: रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप सरकारी प्रतिभूतियां (जी-सेक) बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को सुविधाजनक बनाता है।
विशेषताएँ:
- रिटेल डायरेक्ट प्लेटफॉर्म तक निर्बाध और सुविधाजनक पहुंच प्रदान करता है।
- सरकारी प्रतिभूतियों में लेनदेन को आसान बनाता है।
पृष्ठभूमि: रिटेल डायरेक्ट पोर्टल को शुरू में नवंबर 2021 में शुरू किया गया था ताकि खुदरा निवेशकों को आरबीआई के साथ अपने रिटेल डायरेक्ट गिल्ट खाते खोलने की अनुमति मिल सके।
फिनटेक रिपोजिटरी
उद्देश्य: फिनटेक रिपॉजिटरी में नियामक दृष्टिकोण से भारतीय फिनटेक क्षेत्र के बारे में जानकारी शामिल है।
लाभ:
- यह नीति निर्माताओं और नियामकों को फिनटेक परिदृश्य को समझने में सहायता करता है।
- उपयुक्त नीति दृष्टिकोण के डिजाइन को सुगम बनाता है।