संदर्भ:
हाल ही में, भारतीय नौसेना के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण पोत INS सर्वेक्षक ने मॉरीशस के समुद्री क्षेत्र का व्यापक सर्वेक्षण करते हुए 25,000 वर्ग समुद्री मील से अधिक क्षेत्र को कवर किया।
- यह सर्वेक्षण भारत की सागर पहल के तहत किया गया, जो क्षेत्रीय समुद्री सहयोग और सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- पिछले पाँच वर्षों में, भारतीय नौसेना ने विदेशी देशों के साथ मिलकर 89,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का सर्वेक्षण किया है और 96 समुद्री चार्ट तैयार किए हैं।
- इन चार्ट्स का उद्देश्य तटीय विकास, समुद्री संसाधन प्रबंधन और नेविगेशन सुरक्षा को सुदृढ़ करना है।
- मॉरीशस में सर्वेक्षण का औपचारिक समापन INS सर्वेक्षक पर आयोजित स्वागत समारोह में हुआ, जहाँ मॉरीशस के राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल को सर्वेक्षण डेटा सौंपा गया।
- यह नया समुद्री चार्ट मॉरीशस को समुद्री बुनियादी ढांचे के विकास, संसाधन प्रबंधन और तटीय योजनाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
- सर्वेक्षण के दौरान एकत्रित डेटा से नेविगेशन सुरक्षा के साथ-साथ आर्थिक और पर्यावरणीय योजनाओं में भी सुधार होगा।
हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण
- हाइड्रोग्राफी समुद्रों, महासागरों और जल निकायों की भौतिक विशेषताओं को मापने और उनका वर्णन करने का विज्ञान है।
- इसका उद्देश्य:
- सुरक्षित नेविगेशन सुनिश्चित करना।
- आर्थिक विकास, रक्षा, वैज्ञानिक अनुसंधान, पर्यावरण संरक्षण और अन्य समुद्री गतिविधियों को बढ़ावा देना।
- समुद्र की सतह के ऊपर और नीचे की संरचनाओं को मानचित्रित करना।
INS सर्वेक्षक
- यह कोच्चि में स्थित भारतीय नौसेना का एक अत्याधुनिक सर्वेक्षण पोत है।
- इसमें प्रमुख उपकरण डीप सी मल्टी बीम इको साउंडर सिस्टम, साइड स्कैन सोनार पूरी तरह स्वचालित डिजिटल सर्वेक्षण और प्रसंस्करण प्रणाली शामिल है।
- यह पोत सर्वेक्षण कार्यों के दौरान चेतक हेलीकॉप्टर का भी उपयोग करता है।
- INS सर्वेक्षक ने श्रीलंका, मॉरीशस, सेशेल्स, केन्या और तंजानिया जैसे देशों में भी सफलतापूर्वक सर्वेक्षण कार्य किए हैं।
विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस
- हर वर्ष 21 जून को मनाया जाता है।
- 2024 का थीम: “हाइड्रोग्राफिक सूचना – समुद्री गतिविधियों में सुरक्षा, दक्षता और स्थिरता बढ़ाना।”