संदर्भ:

हाल ही में भारत सरकार  ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में नागरिकों के लिए जनरेटिव AI उपलब्ध कराने हेतु भारतजेन पहल शुरू की है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • यह पहल विश्व की पहली सरकारी वित्त पोषित मल्टीमॉडल वृहद भाषा मॉडल (LLM) परियोजना है, जो भारतीय भाषाओं में कुशल और समावेशी AI बनाने पर केंद्रित है।
  • अंतरविषयी साइबर-भौतिकी प्रणाली से संबंधित राष्ट्रीय मिशन (NM-ICPS) के तहत आईआईटी बॉम्बे के नेतृत्व में, इस पहल से कई भारतीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाले पाठ और मल्टीमॉडल सामग्री का उत्पादन करने में सक्षम जनरेटिव AI सिस्टम तैयार होंगे।
    NM-ICPS को 2018 में पांच साल की अवधि के लिए मंजूरी दी गई थी।
  • भारतजेन की चार प्रमुख विशिष्ट विशेषताएं हैं –
    फाउंडेशन मॉडल की बहुभाषी एवं मल्टीमॉडल प्रकृति
    भारतीय डेटा सेट आधारित निर्माण और प्रशिक्षण;
    ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म
    देश में जेनेरिक AI अनुसंधान के एक इकोसिस्टम का विकास
  • भारतजेन के साथ-साथ , राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (NQM) के तहत क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम संचार, क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी, और क्वांटम सामग्री और उपकरणों के लिए चार विषयगत हब (T-हब) भी लॉन्च किए गए।
  • चार T-Hub स्थापित किए गए हैं:-
    भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु
    भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास तथा टेलीमेटिक्स विकास केंद्र, नई दिल्ली
    भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे
    भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली
  • प्रत्येक T-हब हब-स्पोक-स्पाइक मॉडल के तहत काम करेगा, जो इन केंद्रीय हब के साथ-साथ अनुसंधान परियोजनाओं (स्पोक) और व्यक्तिगत अनुसंधान समूहों (स्पाइक्स) के क्लस्टर-आधारित नेटवर्क को समर्थन देगा।

भारतजेन पहल का महत्व 

  • यह पहल एक ऐसी जेनेरिक AI प्रणाली बनाएगी जो विभिन्न भारतीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाले मूल पाठ (टेक्स्ट) और मल्टीमॉडल कंटेंट सृजित कर सकती है।
  • यह भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को प्राथमिकता देते हुए जनरेटिव AI मॉडल और उनके अनुप्रयोगों को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराएगा।
  • इस पहल के ओपन-सोर्स आधारभूत मॉडल भारत की व्यापक आवश्यकताओं जैसे सामाजिक समानता, सांस्कृतिक संरक्षण और भाषाई विविधता को संबोधित करेंगे, साथ ही यह सुनिश्चित करेंगे कि जनरेटिव AI समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे।
  • भारत के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए मूलभूत AI मॉडल बनाकर आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है ।

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