संदर्भ:

हाल ही में, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DOPPW) ने ‘भविष्य‘ नामक एक ऑनलाइन पेंशन स्वीकृति और भुगतान ट्रैकिंग प्रणाली शुरू की है।

अन्य संबंधित जानकारी: 

  • इस पहल का उद्देश्य पेंशन प्रसंस्करण में देरी, लिपिकीय त्रुटियों, वित्तीय नुकसान और पेंशनभोगियों के उत्पीड़न की समस्याओं को दूर करना है, ताकि उनके लिए एक सहज अनुभव सुनिश्चित हो सके।
  • “भविष्य” को 1 जनवरी, 2017 से सभी केंद्रीय नागरिक मंत्रालयों और विभागों के लिए अनिवार्य कर दिया गया था। तब से, इसने केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों के लिए पेंशन प्रसंस्करण को बदल दिया है।
  • वर्तमान में 99 मंत्रालय/विभाग, 1,020 कार्यालय और 8,320 आहरण एवं संवितरण अधिकारी (DDO) इस अभिनव प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं। 

भविष्य के बारे में

  • इस सॉफ्टवेयर ने पहले से विकेन्द्रित हितधारकों को एक मंच पर एकीकृत किया और एक सामान्य प्रक्रिया स्थापित की जो CCS पेंशन नियम, 2021 का पालन करती है।
  • यह सुनिश्चित करता है कि सभी सेवानिवृत्ति बकाया का भुगतान हो जाए तथा पेंशन भुगतान आदेश (PPO) सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनके अंतिम कार्य दिवस पर वितरित कर दिया जाए।
  • यह व्यक्ति और प्रशासनिक प्राधिकारियों दोनों को पेंशन अनुमोदन और भुगतान प्रक्रिया को ऑनलाइन ट्रैक करने की सुविधा देता है।
  • इसमें पेंशनभोगी के व्यक्तिगत और सेवा संबंधी विवरण दर्ज किए जाते हैं तथा पेंशन फार्म ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं।
  • एसएमएस और ईमेल सूचनाओं के माध्यम से पेंशन से संबंधित जानकारी दी जाती है ।
  • भविष्य को राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सेवा वितरण मूल्यांकन ( NeSDA ) 2021 में तीसरे सर्वश्रेष्ठ के रूप में मान्यता दी गई है ।

विशेषताएँ:

  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों का स्वतः पंजीकरण: भविष्य पेरोल प्रणालियों के साथ एकीकृत होकर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए मूल डेटा को स्वचालित रूप से भरता है , जिससे दक्षता बढ़ती है।
  • स्व-पंजीकरण: DDO और PAO सहित सभी हितधारक स्वयं को पंजीकृत कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया सुव्यवस्थित हो जाएगी।
  • फॉर्म स्वयं भरना: सेवानिवृत्त लोग पेंशन फॉर्म स्वतंत्र रूप से भर सकते हैं, जिससे प्रशासनिक बोझ कम हो जाता है।
  • सख्त समयसीमा: यह प्रणाली पेंशन प्रसंस्करण के लिए सख्त समयसीमा लागू करती है, जो सेवानिवृत्ति से 15 महीने पहले शुरू होती है, तथा समयसीमा के लिए अलर्ट भी देती है।
  • e-PPO एकीकरण : भविष्य इलेक्ट्रॉनिक PPO जारी करने में सक्षम बनाता है, जिससे संवितरण प्रक्रिया सुव्यवस्थित होती है।
  • एंड-टू-एंड डिजिटलीकरण : e- PPO एन्क्रिप्टेड फॉर्म में डेटा को स्थानांतरित और स्वीकार करके संपूर्ण पेंशन आवेदन, प्रक्रिया और भुगतान प्रक्रिया को कागज रहित बनाता है।
  • डिजिलॉकर एकीकरण: e- PPO को आसान पहुंच के लिए स्वचालित रूप से सेवानिवृत्त लोगों के डिजिलॉकर खातों में संग्रहीत कर दिया जाता है।
  • बैंक एकीकरण: भविष्य फॉर्म-16 और पेंशन स्लिप जैसी सेवाएं प्रदान करने के लिए बैंक पोर्टलों से जुड़ता है , जिससे सेवानिवृत्ति के बाद सहायता में वृद्धि होती है।

प्रभाव:

  • इसके कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप, 83% सेवानिवृत्ति पेंशन भुगतान आदेश (PPO) या तो सेवानिवृत्ति से पहले या 30 दिनों के भीतर जारी किए जाते हैं।
  • यह प्रणाली न केवल डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है, बल्कि पेंशनभोगियों के जीवन को भी आसान बनाती है, तथा एक सम्मानजनक सेवानिवृत्ति अनुभव सुनिश्चित करती है।
  • यह पारदर्शिता सुनिश्चित करता है और पेंशन भुगतान में देरी को रोकता है।

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