संदर्भ:
हाल ही में, उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने बुंदेलखंड में ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर परियोजना के लिए 619.90 करोड़ रुपये को मंजूरी दी।
- केंद्र सरकार ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर-2 योजना के तहत परियोजना का 33% वित्तपोषण करेगी, राज्य सरकार 20% का योगदान देगी और 47% राशि जर्मन कंपनी KFW से पूंजी अनुदान के रूप में प्राप्त होगी।
- एक ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर स्थापित किया जा रहा है ताकि 4000 मेगावाट क्षमता की ऊर्जा का निर्बाध रूप से निर्वहन किया जा सके।
- बुंदेलखंड सौर उर्जा प्राइवेट लिमिटेड (BSUL) का गठन सौर पार्कों के विकास के लिए किया गया है।
- चित्रकूट में 400/220 कवी सब-स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइनों का निर्माण किया जाएगा, ताकि 800 मेगावाट सौर परियोजना से ऊर्जा का निर्वहन किया जा सके और चित्रकूट, बांदा और आसपास के क्षेत्रों को बिजली आपूर्ति की जा सके।
लक्ष्य:
- नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि को बढ़ावा देना, जिसमें सौर, छोटे पैमाने के जलविद्युत और जैवमास ऊर्जा पर जोर दिया जाएगा।
- नवीकरणीय ऊर्जा में निजी और अंतर्राष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करना, उदार FDI नीति और आकर्षक सब्सिडी के साथ।
- राज्य की ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय ऊर्जा का हिस्सा बढ़ाकर स्थिरता को बढ़ावा देना।
- सौर पार्कों और नवीकरणीय ऊर्जा अवसंरचना के विकास का समर्थन करना, भूमि अधिग्रहण को आसान बनाने के लिए स्टांप शुल्क में छूट प्रदान करना।