संदर्भ:

हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल’ (Order of St Andrew the Apostle the First-Called) से सम्मानित किया गया। 

मुख्य बातें 

  • यह सम्मान रूस और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करता है।
  • इस सम्मान समारोह का आयोजन क्रेमलिन के सेंट एंड्रयू हॉल में हुआ, जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान प्रदान किया।
  • यह एक महत्वपूर्ण क्षण था, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय नेता बन गए हैं।

पुरस्कार के बारे में

  • वर्ष 1698 में ज़ार पीटर द ग्रेट ने यीशु के पहले ईसाई धर्म के प्रचारक और रूस के संरक्षक संत सेंट एंड्रयू के सम्मान में ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल’ की शुरुआत की थी।
  • यह रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो कि असाधारण नागरिक या सैन्य योग्यता के लिए आरक्षित है।
  • चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 2017 में इसी सम्मान से सम्मानित किया गया था।

भारत और रूस के बीच के  द्विपक्षीय संबंध

  • भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध हैं, जिसे वर्ष 2010 से “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” कहा जाता है।
  • दोनों देशों के बीच के  संबंध सोवियत संघ के समय से ही मजबूत राजनीतिक और सैन्य सहयोग रहे  हैं।
  • अप्रैल, 1947 में, भारत और सोवियत संघ ने अपने पहले औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित किये।
  • भारत-सोवियत मैत्री एवं सहयोग संधि (1971) ने इस साझेदारी को मजबूत किया, जिसमें रूस ने वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण समर्थन प्रदान किया।
  • भारत और रूस संयुक्त राष्ट्र, G-20, ब्रिक्स और एससीओ जैसे कई बहुपक्षीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोग करते हैं।
  • वाणिज्य विभाग के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 65.70 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुँच गया, जिसमें भारत का निर्यात 4.26 बिलियन अमेरिकी डॉलर और भारत का आयात 61.44 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।

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