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सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध
संदर्भ:
हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक दक्षिण (Global South) के देशों से जुड़ने के लिए अपनी पांच देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव के रूप में नामीबिया का दौरा किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- यह लगभग 30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की संसाधन संपन्न दक्षिणी अफ्रीकी देश की पहली यात्रा है।
- प्रधानमंत्री की इस यात्रा से भारत और नामीबिया के बीच प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, बुनियादी ढांचे, विकास और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने की संभावना है।
- भारत और नामीबिया के संबंध दीर्घकालिक हैं जो विश्वास और मैत्री पर आधारित हैं। दोनों देशों के लिए ऊर्जा सुरक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों पर मिलकर काम करने की प्रबल संभावना है।
- नामीबिया, भारत से जुड़ी दो प्रमुख पहलों में औपचारिक रूप से शामिल हो गया है: आपदा रोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन।
भारत-नामीबिया संबंधों की शुरुआत
- भारत ने 1946 में ही संयुक्त राष्ट्र में नामीबिया की स्वतंत्रता का मुद्दा उठाकर इसका समर्थन किया था।
- 1986 में नई दिल्ली में SWAPO दूतावास (नामीबिया का मुक्ति/लिबरेशन समूह) स्थापित किया गया| इसमें भारत ने गुट निरपेक्षता आंदोलन , सैन्य प्रशिक्षण और भौतिक सहायता के माध्यम से सहयोग दिया।
- 1990 में नामीबिया की स्वतंत्रता के बाद, वहाँ भारत का मिशन एक उच्चायोग बन गया और नामीबिया ने 1994 में नई दिल्ली में अपना दूतावास खोला।
- नामीबिया के प्रथम राष्ट्रपति सैम नुजोमा ने 11 बार भारत का दौरा किया और अपने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत द्वारा दी गई मदद की सराहना की।
- 1998 में, भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत के परमाणु परीक्षणों के बाद गुटनिरपेक्ष आंदोलन की बैठक से पहले समर्थन हासिल करने के लिए नामीबिया का दौरा किया।
- 2016 में, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नामीबिया की संसद को बताया कि भारत उनकी स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान उनके साथ खड़ा था और दक्षिण-दक्षिण सहयोग के तहत उनका समर्थन भी करता है।
भारत के लिए नामीबिया का महत्व
- भारत की अफ्रीका रणनीति: भारत व्यापार, विकास, ऊर्जा और पारस्परिक सम्मान के आधार पर अफ्रीका के साथ घनिष्ठ संबंध चाहता है।
- भारत-नामीबिया संबंधों के आधार स्तंभ: भारत और नामीबिया खनिज, ऊर्जा, अर्थव्यवस्था, प्रशिक्षण और विकास सहायता पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
- सामरिक संसाधन साझेदारी: नामीबिया यूरेनियम, लिथियम और दुर्लभ मृदा धातुओं से समृद्ध है, जो इसे भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बनाता है।
- व्यापार और निवेश संबंध: भारत और नामीबिया के बीच 2023 में 654 मिलियन डॉलर का व्यापार हुआ और भारत ने खनन में 800 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
- शिक्षा और क्षमता निर्माण: भारत ने नामीबिया के एक विश्वविद्यालय में ‘इंडिया विंग’ की स्थापना की और ITEC प्रोग्राम के तहत नामीबिया के लोगों को प्रशिक्षण दिया।
- वैक्सीन कूटनीति: भारत ने नामीबिया को वैक्सीन और खाद्य सहायता भेजी और बाढ़ व सूखे के दौरान मदद की।
- राजनयिक समर्थन: नामीबिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन करता है।
- चीता पुनर्वास पहल: 2022 में भारत में विश्व के पहले अंतरमहाद्वीपीय मांसाहारी जीव के पुनर्वास के लिए नामीबिया से चीतों को लाया गया।
अफ्रीका में भारत बनाम चीन
- अफ्रीका के साथ चीन का व्यापार: चीन, अफ्रीका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जिसका व्यापार पिछले 20 वर्षों में 200 अरब डॉलर से अधिक हो गया है।
- भारत का बढ़ता व्यापार: भारत, अफ्रीका का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जिसका व्यापार 2023 में 100 अरब डॉलर हो गया है।
- अफ्रीका में भारत का निवेश: भारत ने 1996 से अफ्रीका में 76 अरब डॉलर का निवेश किया है और यह 2030 तक बढ़कर 150 अरब डॉलर हो सकता है।
- भारत द्वारा बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ: भारत ने 43 अफ्रीकी देशों में 206 परियोजनाएँ पूरी कर ली हैं और 65 और परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है।
- AfCFTA की भूमिका: अफ्रीकी मुक्त व्यापार समझौता (AfCFTA) भारत को अफ्रीका के साथ अधिक व्यापार करने और रोज़गार सृजन में मदद कर रहा है।
- चीन की बेल्ट एंड रोड पहल: चीन, बेल्ट एंड रोड पहल और FOCAC जैसी बड़ी योजनाओं के माध्यम से अफ्रीका में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है।
- ऋण जाल की चिंताएँ: कई अफ्रीकी देश भारी चीनी ऋणों के कारण ऋणग्रस्त होने से चिंतित हैं।
- नामीबियाई खदानों में चीनी भूमिका: नामीबिया की दो प्रमुख रेडियोधर्मी खनिज खदानों में चीनी कंपनियाँ की बड़ी हिस्सेदारी है।
- भारत की जन-प्रथम नीति: भारत, अफ्रीका में केवल व्यापार और रणनीति पर ही नहीं, बल्कि लोगों और मानव विकास पर भी ध्यान केंद्रित करता है।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न
भारत और नामीबिया के संबंध दीर्घकालिक हैं, जिनकी जड़ें उपनिवेशवाद-विरोधी एकजुटता और आजादी के बाद सहयोग में निहित हैं। चर्चा कीजिए कि ऐतिहासिक संबंधों ने समकालीन भारत-नामीबिया संबंधों को कैसे आकार दिया है? (10 अंक, 150 शब्द)
Source:
https://indianexpress.com/article/explained/pm-modi-india-namibia-africa-significance-10114277