संदर्भ:
हाल ही में, अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) ने भारत के अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए अपनी पहली दो पहलों, प्रधानमंत्री प्रारंभिक कैरियर अनुसंधान अनुदान (PMECRG) और उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों में उन्नति से संबंधित मिशन – इलेक्ट्रिक वाहन (MAHA- EV) मिशन, को लॉन्च किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- PMECRG, देश की परिवर्तनकारी यात्रा में शामिल होने और भारत की वैज्ञानिक उत्कृष्टता और नवाचार की उन्नति में योगदान देने के लिए प्रारंभिक कैरियर शोधकर्ताओं को आमंत्रित करता है।
- MAHA- EV मिशन को इलेक्ट्रिक वाहन घटकों, विशेष रूप से बैटरी सेल, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीन और ड्राइव (PMED) और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक मजबूत अनुसंधान और विकास पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- दो प्रमुख पहलों के शुभारंभ के साथ, ANRF का लक्ष्य शैक्षणिक अनुसंधान और औद्योगिक अनुप्रयोग के बीच के अंतराल को समाप्त करना है।
प्रधानमंत्री प्रारंभिक कैरियर अनुसंधान अनुदान (PMECRG)
- प्रधानमंत्री प्रारंभिक कैरियर अनुसंधान अनुदान को युवा शोधकर्ताओं को अनुसंधान में आसानी के लिए लचीले बजट के साथ सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है ।
- यह उच्च गुणवत्ता वाले नवीन अनुसंधान को बढ़ावा देगा, शोधकर्ताओं को ज्ञान की सीमाओं का विस्तार करने में सक्षम करेगा, तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देगा और भारत को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेतृत्व के रूप में उभरनें में योगदान देगा।
- PMECRG युवा शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए ANRF की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और प्रारंभिक कैरियर वाले शोधकर्ताओं में निवेश करके, यह पूरे भारत में अनुसंधान और नवाचार की एक मजबूत संस्कृति को विकसित करने और बढ़ावा देने में मदद करेगा।
उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों में उन्नति के लिए मिशन – इलेक्ट्रिक वाहन (MAHA-EV) मिशन
- MAHA-EV मिशन आयात पर निर्भरता कम करने, घरेलू नवाचार को बढ़ावा देने और भारत को इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी देश के रूप में स्थापित करने हेतु इलेक्ट्रिक वाहन से संबंधित प्रमुख प्रौद्योगिकियों के विकास पर केन्द्रित है।
- MAHA-EV मिशन, ANRF के उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों में उन्नति (MAHA) कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक चुनौतियों से निपटने हेतु बहु-संस्थागत, बहु-विषयी और बहु-जाँचकर्ता सहयोग को उत्प्रेरित करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
EV-मिशन में प्रौद्योगिकी विकास के लिए अनुसंधान एवं विकास दिशा तीन प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर केंद्रित होगी:
- ट्रॉपिकल EV बैटरी एवं बैटरी सेल
- पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनें एवं ड्राइव (PEMD)
- इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग अवसंरचना।
इस मिशन का उद्देश्य भारत को इलेक्ट्रिक वाहन घटकों के लिए एक प्रतिस्पर्धी केंद्र के रूप में स्थापित करना है , जिससे वैश्विक प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
- यह सरकार के आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो तकनीकी प्रगति में तेजी लाएगा और हरित भविष्य को बढ़ावा देगा।
महत्व:
- EV-मिशन का नेतृत्व करके, ANRF का लक्ष्य एक गतिशील अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जो शिक्षा, अनुसंधान और उद्योग के बीच नवाचार और सहयोग को प्रोत्साहित करेगा।
- इस मिशन से एक स्थायी और तकनीकी रूप से उन्नत भविष्य की दिशा में भारत की प्रगति में तेजी आने की उम्मीद है, जो 2047 तक ‘विकसित भारत’ के सरकार के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।